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नेशनल इंटर कॉलेज की पारुल कर्नाटक में खेलेगी वॉलीबॉल, राज्य की टीम में हुआ सेलेक्शन

चंदौली जिले के सैयदराजा नेशनल इंटर कॉलेज के 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा का सेलेक्शन राज्यस्तरी टीम में वालीबाल खेलने के लिए होने पर भी स्कूल तथा क्षेत्र में खुशी का माहौल अच्छा गया  है।
 

राज स्तरीय प्रतियोगिता में पारुल का हुआ सेलेक्शन

29 से 1 फरवरी तक कर्नाटक में होगी  प्रतियोगिता

सैयदराजा नेशनल इंटर कॉलेज की छात्रा है पारूल

चंदौली जिले के सैयदराजा नेशनल इंटर कॉलेज के 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा का सेलेक्शन राज्यस्तरी टीम में वालीबाल खेलने के लिए होने पर भी स्कूल तथा क्षेत्र में खुशी का माहौल अच्छा गया  है। जैसे ही इस छात्रा का नाम लोगों द्वारा सुना गया तो लोग उसे शाबाशी देने के साथ-साथ उसके उज्जवल भविष्य की कामना करने पहुंचने लगे। ताकि इस होनहार छात्रा को यूपी के बाद नेशनल खेलने का मौका मिल सके। 


 आपको बता दें कि सैयदराजा नेशनल इंटर कॉलेज के 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली  पारुल भारती जो एक गरीब परिवार की रहने वाली बच्ची ने अपने हुनर से विद्यालय से ब्लॉक, ब्लॉक से जिला और जिले से मंडल पर कामयाबी पाने के बाद अब वह राज्यस्तरीय टीम में सेलेक्शन पा लिया है, जिससे अब वह  राज्य की टीम का प्रतिनिधित्व करेगी।

Parul Bharti Selected


पारुल भारती सैयदराजा के लोकमनपुर के रहने वाले अजीत कुमार की पुत्री है। पारुल भारती  को कर्नाटक में होने वाले अंडर 19 राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में वॉलीबॉल खिलाड़ी के रूप में खेलने का मौका मिलने जा रहा है, जो 29 जनवरी से लेकर 1 फरवरी तक कर्नाटक में होगी।


सेलेक्शन के बाद सबसे पहले तो उसके गुरु पंकज सिंह को इस होनहार बच्ची की कामयाबी पर बड़ी प्रसन्नता जाहिर की और उन्होंने कहा कि केवल पारूल ही नहीं इसकी दूसरी बहनें भी होनहार हैं। इसकी दो अन्य बहनें राधा भारती व नैना भारती हैं, जो पढ़ने के साथ वॉलीबॉल खेलने का काम करती हैं, जिसमें एक बहन राधा भारती का अंडर 14 वर्षीय राज्य स्तरीय टीम में तीसरा स्थान प्राप्त की है। तीनों बहनों की लगन से कामयाब होती दिख रही हैं, जिससे क्षेत्र के साथ-साथ जिला व जिले के बाद अब  राज्य में भी नाम रोशन होने वाला है। 


वहीं इस संबंध में पारुल भारती ने बताया कि यह वॉलीबॉल का गेम कक्षा 7 से ही मेरे गुरु पंकज सिंह द्वारा खेलने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। लगातार मेहनत और प्रतिदिन 4:30 घंटे की प्रैक्टिस का नतीजा है कि आज अपना सपना साकार हो रह है।  मेरा सपना है कि इस गेम में देश की टीम में खेलूं और इसके माध्यम से अपना कैरियर बनाना चाहती हूं।


 अगर मौका मिला तो वह खेल के माध्यम से पुलिस की नौकरी में जाना चाहती है। अपने करियर के साथ देश की सेवा करने का भी मौका पाना चाहती हूं। 
बुधवार को पारुल भारती को कर्नाटक के लिए रवाना होना है। इसकी पूर्व संध्या पर विद्यालय के प्रधानाचार्य और टीचरों द्वारा उसे स्मृति चिन्ह स्वरूप ट्रॉफी देकर सम्मानित करने का काम किया गया ताकि होनहार बच्ची का हौसला बुलंद रहे और वह प्रदेश में जनपद और विद्यालय का नाम रोशन करने का काम करें। 

Parul Bharti Selected


इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल सिंह ने बताया कि यह बच्ची बहुत ही गरीब परिवार की है। इसके पिता अजीत कुमार ऑटो चालाक हैं और इसकी मां द्वारा सब्जी लगाकर परिवार का भरण पोषण किया जाता है। इन बच्चियों द्वारा अब अपने पिता के नाम के रोशन करने के साथ-साथ विद्यालय वह देश का नाम रोशन करने में कोई और कसर नहीं छोड़ी जा रही है। 


वही इस संबंध में पारुल के कोच पंकज सिंह ने बताया कि बुधवार को इसे गेम के हेड क्वार्टर अयोध्या ले जाया जाएगा और वहां से यह कर्नाटक के लिए रवाना होगी और जहां से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सम्मिलित होकर विजेता बनने की कोशिश करेगी।


सम्मान समारोह के दौरान आनंद सिंह,  रजनीश, भारत भूषण सिंह,  सतीश तिवारी, अशोक कुमार अर्पण सहित अन्य विद्यालय की अध्यापक गण भी उपस्थित रहे।

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