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बिना बताए कभी पशु आश्रय स्थल भी देख आइए DM साहब, तब पता चलेगी असलियत

चंदौली जिले में भीषण गर्मी शुरू होते ही आमजन से लेकर पशु पक्षी भी बेहाल होने लगे हैं। जिले में बने पशु आश्रय स्थलों पर बेसहारा पशुओं के लिए मुकम्मल इंतजाम नहीं होने से बेजुबान गर्मी से हांफ रहे हैं।
 

जिले में है कुल 23 स्थायी और अस्थायी पशु आश्रय स्थल

 हरे चारे का भी नहीं है इंतजाम

लू से बचाव के लिए लगाए गए हैं तिरपाल

 गर्मी में टिनशेड के नीचे झुलस रहे बेसहारा पशु 

 

चंदौली जिले में भीषण गर्मी शुरू होते ही आमजन से लेकर पशु पक्षी भी बेहाल होने लगे हैं। जिले में बने पशु आश्रय स्थलों पर बेसहारा पशुओं के लिए मुकम्मल इंतजाम नहीं होने से बेजुबान गर्मी से हांफ रहे हैं। यह जरूर है कि पशु पालन विभाग की ओर से कुछ आश्रयस्थलों पर तिरपाल लगाकर लू से बचाव किया गया है, लेकिन तेज धूप और लू से टिनशेड काफी गरम हो जा रहा है और उसके नीचे पशु गर्मी से झुलस रहे हैं। हरे चारे का भी इंतजाम पशुओं के लिए नहीं हो पाया है। एक बार नवागत डीएम व सीडीओ साहब को बिना बताए अचानक वहां का दौरा करना चाहिए या SDM लोगों से छापेमारी करवा कर हकीकत जाननी चाहिए। 

जिले के विभिन्न ब्लाकों में कुल 23 स्थायी और अस्थायी पशु आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे हैं। इनमें कठौरी, नेकनामपुर और चतुरीपुर में स्थायी पशु आश्रय स्थल बनाए गए हैं। जबकि भीषमपुर, सुल्तानपुर और नौगढ़ के अलावा शहरी में कांजी हाउस पशु चकिया, सैयदराजा, चंदौली, चतुर्भुजपुर और मुगलचक में कांजी हाउस बनाया गया है। इन पशु आश्रय स्थलों में करीब दो हजार पशु रखे गए हैं।


नौगढ़ इलाके के अस्थाई पशु आश्रय केंद्र चकचोईयां में कुल 41 पशु मौजूद हैं। जिनको रहने के लिए टिन शेड की स्थाई रूप से सुविधा है। गर्मी व लू से बचाव करने के लिए पर्दा लगाने का निर्देश नियुक्त केयर टेकरों को दिया गया है। लेकिन अभी तिरपाल का इंतजाम नहीं हो पाया है। 

नियामताबाद इलाके के कठौड़ी स्थित पशु आश्रय केंद्र में इस समय 180 पशु हैं। पशुओं की देखभाल के लिए कुल आधा दर्जन सफाई कर्मी लगाए गए हैं। जिनकी शिफ्टवार ड्यूटी लगी है। पशुचारे के लिए पर्याप्त मात्रा में भूसा उपलब्ध है। साथ ही चोकर, खली आदि भी पर्याप्त है। पशुओं को पानी के लिए सबमर्सिबल लगाया गया है। जिससे कर्मचारी दो बड़े हौदों में पानी भर देते हैं। इससे पेयजल की समस्या नहीं होती है। 

शहाबगंज ब्लॉक में सुल्तानपुर और केरायगांव में पशु आश्रय में 100 पशुओं को रखा गया है। भीषण गर्मी को देखते हुए विशेष प्रबंध किया गया है। यहां के सहायक विकास अधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सुल्तानपुर पशु आश्रम केंद्र पर 59 पशु और केरायगांव पशु आश्रम केंद्र पर 41 पशु बांधे गए हैं। गौशाला में गर्मी के बचाव के लिए तिरपाल की व्यवस्था की गयी है। दावा किया कि हरे चारे और पानी की समुचित व्यवस्था की गयी है।

इस सम्बंध में मुख्य पशु चिकित्साकारी डॉ. योगेश कुशवाहा ने बताया कि जिले में पशु आश्रम स्थलों में संरक्षित पशुओं को गर्मी और लू से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। पशु आश्रय स्थल में टिन शेड के चारों तरफ सूती बोरे, तिरपाल और पुआल लगाकर हीट वेव से बचाव किया जा रहा है। वहीं साफ-सफाई के साथ शुद्ध पानी की व्यवस्था कराने के साथ ही गुड़ और नमक दिए जाने का निर्देश दिया गया है।

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