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CMO साहब क्यों नहीं बन रहा है पोस्टमार्टम हाउस का डीप फ्रीजर, सड़ रही हैं लाशें

पोस्टमार्टम हाउस में प्रतिदिन औसतन पांच से छह शवों का परीक्षण होता है। कई बार ऐसे शव भी आते हैं जिनकी पहचान नहीं हो पाती और उन्हें कई दिनों तक संरक्षित रखना पड़ता है।
 

1 माह बाद भी नहीं ठीक हुआ पोस्टमार्टम हाउस का डीप फ्रीजर

गर्मी में लाशों को सुरक्षित रखने में भारी दिक्कत

परिजनों को हो रही तमाम तरह की परेशानी

चंदौली जिले के पं. कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित पोस्टमार्टम हाउस की हालत बदहाल बनी हुई है। यहां शव सुरक्षित रखने के लिए लगाए गए डीप फ्रीजर पिछले एक महीने से खराब हैं, लेकिन अब तक इनकी मरम्मत नहीं कराई गई है। भीषण गर्मी और उमस के कारण शवों से दुर्गंध आने लगी है, जिससे न सिर्फ कर्मचारियों को बल्कि मृतकों के परिजनों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

स्थिति संभालने के लिए अस्पताल प्रशासन ने दो एसी लगाए हैं, लेकिन वे शवों को सुरक्षित रखने के लिए नाकाफी हैं। पोस्टमार्टम हाउस में प्रतिदिन औसतन पांच से छह शवों का परीक्षण होता है। कई बार ऐसे शव भी आते हैं जिनकी पहचान नहीं हो पाती और उन्हें कई दिनों तक संरक्षित रखना पड़ता है। इन स्थितियों के लिए अस्पताल में छह डीप फ्रीजर की व्यवस्था की गई थी, जो फिलहाल सभी खराब पड़े हैं।

हाल ही में एक मृतक के परिजनों को डीप फ्रीजर न होने के कारण शव सुरक्षित रखने के लिए बर्फ की सिलियों का सहारा लेना पड़ा। इसका वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तात्कालिक रूप से तीन एसी लगाने का निर्देश दिया था। लेकिन अब तक सिर्फ दो एसी लगाए जा सके हैं, जबकि डीप फ्रीजर अभी भी मरम्मत की बाट जोह रहा है।

इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. युगल किशोर राय ने बताया कि एक एसी लगा दिया गया है और जल्द ही डीप फ्रीजर की मरम्मत या नई व्यवस्था कर दी जाएगी। जिससे शवों को सुरक्षित रखने में सुविधा हो सके। फिलहाल उमस भरी गर्मी के कारण स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे अस्पताल कर्मियों के साथ ही मृतकों के परिजन बेहद परेशान हैं।

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