गेंदे के फूल की खेती से बढ़ेगी चंदौली के इच्छुक किसानों की आमदनी
45 किसानों का किया गया है सेलेक्शन
गंगा किनारे गेंदे के फूल की होगी खेती
चंदौली में फूलों की खेती बढ़ाने की तैयारी
चंदौली जिले के गेंदे के फूल की खुशबू अब फूलों की सबसे फूलमंडी वाराणसी के मलदहिया में भी फैलेगी। सब्जी, अनाज और फलों के निर्यात की सफलता के बाद अब जिले में फूलों की खेती बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए गंगा के किनारे के साथ-साथ अन्य स्थानों पर पहल की जा रही है।
आपको बता दें कि जिले में गंगा किनारे गेंदे की खेती की जाएगी। इसके लिए 45 किसानों का चयन किया गया है। जो गंगा किनारे खेती करेंगे और गेंदें के फूल को मलदहिया फूल मंडी में भेजा जाएगा। जिससे किसानों की आय बढ़ेगी।
धान के कटोरा कहे जाने वाले जिले के 25 हेक्टेयर क्षेत्रफल अभी गेंदा, गुलाब, तुलसी सहित अन्य फूलों की खेती की जाती है। हाल ही में वाराणसी से गेंदे के फूल के निर्यात के बाद अब इसका रकबा बढ़ाने की तैयारी में विभाग जुट गया है।
इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी शीतल प्रसाद ने बताया कि जिले के एक हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में 100 से 150 के करीब किसान उद्यानिक खेती करते हैं। इसमें 25 हेक्टेयर में कुछ किसान ही फूल की खेती करते हैं। बाजार उपलब्ध न हो पाने के कारण विभाग की ओर से अभी फिलहाल कोई योजना शुरू नहीं हुआ है। इसके लिए गंगा किनारे बसे किसानों को फूल की खेती के लिए जागरूक कर गेंदा सहित अन्य फूलों की खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 45 किसानों का चयन किया गया है, जो गंगा किनारे गेंदे के फूल की खेती करेंगे। गेंदे के फूल को निर्यात के लिए मलदहिया फूल मंडी वाराणसी में भेजा जाएगा।
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