रेवसा-पचफेड़वा क्षेत्र में भारतमाला एक्सप्रेसवे निर्माण का विरोध, NHAI का पुतला फूंका
DM साहब इस समस्या पर कब देंगे ध्यान
रेवसा में भारतमाला एक्सप्रेसवे के भूमि अधिग्रहण का विरोध
एनएचआई के खिलाफ गांव वालों ने किया प्रदर्शन
पुतला दहन कर गांव वालों ने जताया विरोध
चंदौली जिले के रेवसा-पचफेड़वा क्षेत्र में भारतमाला एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए हो रहे भूमि अधिग्रहण को लेकर शुक्रवार को बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। समिति के सदस्यों ने एनएचआई अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ पुतला दहन कर आक्रोश जताया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुनर्वास और उचित मुआवजा दिए बिना प्रशासन ने गांव के आसपास निर्माण कार्य शुरू करा दिया है, जिससे बस्तीवासियों का जीवन मुश्किल में पड़ गया है।

बता दें कि रेवसा गांव में भूमि अधिग्रहण और विस्थापन को लेकर पिछले चार महीने से धरना जारी है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन की उदासीनता से ग्रामीणों की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। धूल और शोर के कारण लोगों का घरों में रहना दूभर हो गया है। उन्होंने कहा कि धरने के 124वें दिन भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। न तो विस्थापन से पहले पुनर्स्थापना की व्यवस्था की गई है और न ही भूमिहीन परिवारों के लिए कोई योजना बनी है।

अभिषेक कुमार ने चेतावनी दी कि यदि जिला प्रशासन ने जल्द ही समिति की मांगों पर कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम न्याय की मांग कर रहे हैं, लेकिन हमारी समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। आने वाले दिनों में संघर्ष को भूख हड़ताल और बड़े जनांदोलन में बदला जाएगा।

भाकपा (माले) के नेता अनिल पासवान ने कहा कि एनएचआई के कर्मचारी मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं। बिना किसी पूर्व सूचना या सहमति के गांव के नजदीक निर्माण शुरू कर दिया गया, जिससे ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और एनएचआई दोनों ही ग्रामीणों की पीड़ा से बेपरवाह हैं।
उन्होंने दो प्रमुख मांगें उठाईं—पहली, उचित मुआवजा दिया जाए क्योंकि अब तक जो राशि मिली है, वह घर बनाने की लागत से भी बहुत कम है; और दूसरी, विस्थापन से पहले पुनर्स्थापना की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो संघर्ष समिति एनएचआई कार्यालय के सामने पुतला दहन और भूख हड़ताल शुरू करेगी।

इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि वे अपने हक के लिए अंत तक संघर्ष करेंगे। मौके पर कैलाश नाथ, संजय यादव, ठाकुर प्रसाद, विकास चंद, अभिषेक कुमार गोलू, उपेंद्र जाटव, अमित, शैलेंद्र, राम विलास, सुशीला, अनीता, रुक्मणी, वैजंती, उर्मिला समेत दर्जनों ग्रामीण उपस्थित रहे।

ग्रामीणों का कहना है कि वे विकास कार्यों के विरोधी नहीं हैं, लेकिन जब तक पुनर्वास और मुआवजा का न्यायपूर्ण समाधान नहीं होता, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे। गांव में लगातार बढ़ते धूल-धक्कड़ और निर्माण गतिविधियों के बीच अब लोगों की उम्मीदें जिला प्रशासन की ठोस कार्रवाई पर टिकी हैं।
Tags
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*






