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उद्योगों में खेती की यूरिया का उपयोग, जांचने के लिए 5 फैक्ट्री में मारा गया छापा

परीक्षण हेतु टेक्निकल ग्रेड यूरिया का 1 नमूना संग्रहित किया गया। औद्योगिक इकाईयों पर अनुदानित यूरिया का उपयोग जनपद के उत्पादों के विर्निमाण में किया जाना नहीं पाया गया।
 

कृषि विभाग एवं उद्योग विभाग की संयुक्त कार्रवाई

अधिकारियों की टीम ने मिलकर मारा छापा

5 औद्योगिक इकाईयों एवं उनके गोदामों का किया निरीक्षण

1 जगहों की हुयी सैंपलिंग

चंदौली जिले में कृषि विभाग एवं उद्योग विभाग के अधिकारियों द्वारा 5 औद्योगिक इकाईयों एवं उनके गोदामों का निरीक्षण किया गया है। परीक्षण हेतु टेक्निकल ग्रेड यूरिया का एक नमूना संग्रहित किया गया, ताकि उसका परीक्षण करके कार्रवाई की जा सके।

इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि प्रमुख सचिव, कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश, शासन लखनऊ के निर्देश पर जनपद में स्थापित औद्योगिक संस्था जैसे-कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबून, पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवुड, लेमिन बोर्ड, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण में प्रयोग किये जा रहे अनुदानित यूरिया की जांच कर अनुदानित यूरिया के प्रयोग किये जाने पर सम्बन्धित फर्मों पर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने हेतु उर्वरक निरीक्षक एवं उद्योग विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर जनपद में छापे की कार्यवाही की गयी।

raids in industry

टीम का गठन कर छापा
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे के आदेश के क्रम में जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव एवं उद्योग विभाग के सहायक आयुक्त विजय कुमार द्वारा छापे के दौरान कुल 5 औद्योगिक इकाईयों एवं उनके गोदामों का गहन निरीक्षण किया गया। परीक्षण हेतु टेक्निकल ग्रेड यूरिया का 1 नमूना संग्रहित किया गया। औद्योगिक इकाईयों पर अनुदानित यूरिया का उपयोग जनपद के उत्पादों के विर्निमाण में किया जाना नहीं पाया गया।

जनपद के समस्त औद्योगिक संस्था जैसे-कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबुन पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवुड, लेमिन बोर्ड, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण के प्रोपराइटर को निर्देशित किया जाता है कि जिन भी उत्पाद में यूरिया का प्रयोग किया जाता है, उसमें अनुदानित यूरिया का प्रयोग कदापि न करें। अन्यथा निरीक्षण व परीक्षण में यह पाया जाता है कि आपके द्वारा अनुदानित यूरिया का प्रयोग किया जा रहा है तो नियमानुसार उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 के सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

raids in industry

जिले में अवैध रूप से उर्वरकों की कालाबाजारी करने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। वर्तमान समय में जनपद में समस्त उर्वरक उपलब्ध है। जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में उर्वरक की कोई कमी नहीं है। इसीलिए इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है, ताकि कोई इस सुविधा का दुरुपयोग न कर सके।

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