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स्वच्छ भारत मिशन और ग्रामीण विकास पर समीक्षा, इन अफसरों पर नाराज हैं जिलाधिकारी

मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं ने ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
 

पंचायती विभाग की लापरवाही पर जताई नाराजगी

अधिकारियों को दी जिम्मेदारी तय करने की सख्त हिदायत

योजनाओं की जानकारी में दिखी कमजोरी

बिना जानकारी के फील्ड में कैसे करेंगे काम

चंदौली जिले के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में जिला स्वच्छ भारत मिशन एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान विभिन्न योजनाओं की प्रगति, कार्यों की गुणवत्ता और अधिकारियों की जवाबदेही पर गहन मंथन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता और विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा करना था।

पंचायत भवनों के संचालन को लेकर सख्ती
बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जनपद के सभी पंचायत भवन अनिवार्य रूप से खुले रहें और उनमें पंचायत सहायक की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी भी पंचायत भवन के बंद होने या सहायक की अनुपस्थिति की शिकायत मिलती है, तो संबंधित खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) और जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

चकिया और चहनियां की कार्यशैली पर नाराजगी
सहज जन सेवा केंद्रों के संचालन में चकिया और चहनियां विकास खंड का प्रदर्शन सबसे खराब पाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाते हुए संबंधित बीडीओ और एडीओ पंचायत को चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि एक सप्ताह के भीतर संचालन में आ रही सभी खामियों को दूर कर शत-प्रतिशत संचालन सुनिश्चित किया जाए, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई तय मानी जाए।

प्लास्टिक प्रबंधन और शौचालय निर्माण पर जोर
जिलाधिकारी ने प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था को ग्राम स्तर पर प्रभावी बनाने और ठोस कचरा निस्तारण की कार्य योजना को अमल में लाने के निर्देश दिए। उन्होंने शौचालय निर्माण में गुणवत्ता को प्राथमिकता देने की बात कहते हुए कहा कि निर्माण ऐसा हो जिससे उनका नियमित उपयोग सुनिश्चित हो सके।

योजनाओं की जानकारी में दिखी कमजोरी
ओडीएफ प्लस (ODF Plus) योजना के तहत चयनित ग्रामों की प्रगति की समीक्षा करते समय अधिकांश अधिकारियों द्वारा योजना से जुड़े सवालों के उत्तर संतोषजनक नहीं दिए गए। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए कहा, “जब आपको पता ही नहीं कि योजना में करना क्या है, तो आप काम कैसे करेंगे?” केवल एडीओ पंचायत बजरंगी पांडेय द्वारा कुछ संतोषजनक उत्तर दिए गए, जिसे जिलाधिकारी ने आंशिक रूप से सराहा।

सीडीओ ने दिए पारदर्शिता के निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं ने ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना सभी अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

बैठक में अधिकारीगण रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में परियोजना निदेशक बी बी सिंह, डीडीओ, जिला पंचायत राज अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने अंत में सभी अधिकारियों से पूरी तैयारी के साथ अगली बैठक में शामिल होने की चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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