रायल ताल के नाम दर्ज हो गयी सारी जमीन, तीन सौ बीघा जमीन को बना दिया गया ताल
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ताल की जमीन बैनाम कराने वालों में मची खलबली
167.5 एकड़ जमीन को घोषित किया ताल
हाइकोर्ट के फैसले के बाद बड़ी कार्रवाई
उपजिलाधिकारी का आया आदेश
चंदौली जिले के सकलडीहा तहसील क्षेत्र के बरंगा गांव में रायल ताल के नाम से जमीन दर्ज है। जहां वर्षों से सैकड़ों किसान खेती से लेकर मकान बनाकर रह रहे हैं। ऐसी स्थिति में किसानों में खलबली मची है।
उपजिलाधिकारी व तहसील मजिस्ट्रेट अनुपम मिश्रा की न्यायालय ने फैसले के तहत 167.5 एकड़ करीब तीन सौ बीघा जमीन को ताल के रूप में दर्ज कराने का आदेश दिया है। इससे ताल की जमीन बैनाम कराने वालों में खलबली मची हुई है।
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बताते चलें कि तहसील क्षेत्र के बरंगा गांव के समीप 335 एकड़ भूमि ताल के नाम से 1356 और 1359 फसली में दर्ज था। जिस पर दर्जनों किसानों ने ताल की भूमि अपने नाम से दर्ज कराकर खेती से लेकर मकान बनाकर रहते हैं। वर्ष 2022 में 20 जून को धारा 38 टू क तहत एसडीएम न्यायालय में सरकार बनाम बासुदेव के नाम से अपील किया गया। जिसके तहत किसानों को नोटिस जारी किया गया। इस मामले में सकलडीहा एसडीएम न्यायालय की ओर से सुनवायी व सरकारी वकील की बहस सुनने के बाद बाद संख्या 206 के तहत ऐतिहासिक फैसला किया गया।
हाईकोर्ट की आदेश के आधार एसडीएम न्यायालय की ओर से 167.5 एकड़ भूमि ताल के नाम पर दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इससे मामले में प्रभाविक लोगों में खलबली मची हुयी है।
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