सीओ-एसडीएम को साधना सिंह ने दिया है अल्टीमेटम, अगर ऐसा नहीं हुआ तो...

प्रभारी मंत्री के साथ नेगुरा गांव का वीडियो हो रहा वायरल
मंत्री का नहीं मुख्यमंत्री का आदेश समझिए
भाजपा सरकार में करते हैं ऐसी हरकत
सपा-बसपा सरकार होती तो क्या करते
चंदौली जनपद में बादशाह खान की हत्या के बाद नेगुरा गांव में राजनीतिक नेताओं का आना-जाना तेज हो गया है। हत्या के बाद कई दिनों तक विरोधी दल के नेताओं ने मारपीट की घटना में मारे गए बादशाह खान के परिवार के साथ मिलकर सहानुभूति जताई और पीड़ित परिवार के लिए तमाम तरह की मांग की। वहीं घटना के एक सप्ताह बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता भी एक्टिव हो गए और उन्होंने दूसरे पक्ष का समर्थन करना जारी रखा।

अब मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं के साथ जिले के प्रभारी मंत्री संजीव गोंड़ गांव में जा पहुंचे और उन्होंने तत्काल दूसरे पक्ष के लोगों की सुरक्षा की मांग की। साथ-साथ गांव में जमीनों पर किए गए सारे अतिक्रमण हटाने की बात कही।
साथ ही साथ मौके पर मौजूद भारतीय जनता पार्टी की राज्यसभा सांसद साधना सिंह ने मौके पर मौजूद उपजिलाधिकारी दिव्या ओझा और पुलिस के क्षेत्राधिकारी राजेश राय को निर्देश दिया कि प्रभारी मंत्री के आदेश अनुसार जेसीबी और बुलडोजर चला कर तत्काल सारे अतिक्रमण हटाए जाएं। अगर ऐसा करने में जिला प्रशासन हीलाहवाली और लापरवाही करता है तो सत्ता पक्ष के नेता भी धरना प्रदर्शन करने से बाज नहीं आएंगे।

मंत्री का नहीं मुख्यमंत्री का आदेश समझिए
साधना सिंह ने कहा कि गांव में जिले के प्रभारी मंत्री आए हैं और प्रभारी मंत्री का आदेश मुख्यमंत्री के आदेश की तरह है। इसलिए तत्काल जिला प्रशासन को बिना किसी हीलाहवाली के इस मामले में कार्यवाही करनी चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने एक अभियान चला कर गांव में रहने और आने जाने वाले लोगों की आईडी भी चेक करने की बात कही, ताकि पता चल सके कि कितने बांग्लादेशी या दूसरे देश के लोग यहां चोरी चुपके आया जाया और रहा करते हैं।
अगर सपा-बसपा की सरकार होती तो..
साधना सिंह ने कहा कि इस गांव में पहले भी इस तरह की घटना हुई, लेकिन लोगों ने आपसी भाईचारा बनाने के लिए बहुत सारी चीज सह ली। लेकिन दूसरे पक्ष के द्वारा लड़कियों के साथ छेड़छाड़, दुपट्टा खींचना तथा बोली बोलने का काम किया जाता है। इतना ही नहीं मकान पर चढ़कर पत्थरबाजी भी की जाती है। अगर ये लोग भारतीय जनता पार्टी की सरकार में इस तरह की हरकत कर रहे हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सपा-बसपा सरकार में यह क्या कर सकते थे।
इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद साधना सिंह के साथ चकिया विधायक कैलाश आचार्य पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रपति सिंह भी मौजूद रहे। लगभग एक दर्जन से अधिक भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने दूसरे पक्ष की जमकर पैरवी की और इस घटना में दूसरे पक्ष की मदद के लिए हमेशा खड़े रहने की बात कही।
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