कुश्ती महासंघ पर चंदौली के लाल का कब्जा, बृजभूषण के करीबी संजय सिंह ने जीत लिया चुनाव
चंदौली जिले के झांसी गांव के रहने वाले हैं संजय सिंह
काफी दिनों से बाहर रहता है परिवार
खेतीबारी के काम के लिए आते रहते हैं चंदौली
मामले में बताया जा रहा है कि बुधवार तक सर्वसम्मति से चुनाव की कोशिशें होती रहीं, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। संजय सिंह ने दावा किया था कि उनका खेमा चुनाव में हर पद पर जीतेगा और उन्होंने खुद जीत हासिल कर इसे सच साबित किया।
वहीं संजय सिंह की जीत के बाद उनके पैतृक गांव झांसी में जीत का जश्न मनाया जा रहा था।
इस संबंध में झांसी गांव के ग्राम प्रधान आलोक सिंह ने बताया कि संजय सिंह स्व नंदलाल सिंह के छोटे पुत्र हैं. संजय सिंह जब 15 वर्ष के थे तभी गांव से वाराणसी रहने लगे। उनके पिता सिपाही थे। संजय सिंह की शिक्षा बचपन से ही वाराणसी में हुई। इनके एक बड़े भाई थे जिनकी एक्सीडेंट में कुछ दिन पहले मृत्यु हो गई। उसके बाद अपने माता जी के साथ वाराणसी रहने लगे। 20 दिन पहले गांव में अपनी खेती देखने के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि उनकी ईमानदारी, स्वच्छ छवि और वफादारी का इनाम मिला है। आज मुझे बेहद खुशी हो रही है कि उन पर इतना विश्वास जता कर भारतीय कुश्ती संघ की कमान सौंपी गई है। गांव ही नहीं पूरे जिले का नाम रोशन किया है। जल्द गांव में आएंगे उनका धूमधाम से स्वागत किया जाएगा।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*