चंदौली के किसानों के लिए खुशखबरी, सांभा सब-वन धान की खेती से किसानों को होगा फायदा
वैज्ञानिक सलाहकार समिति ने दी है सलाह
गेहूं की खेती संग दलहनी फसलों की भी खेती करें किसान
निचले क्षेत्रों के किसान करें सांभा सब-वन धान की खेती
जानिए और कौन-कौन सी सलाह दे रहे हैं वैज्ञानिक
आपको बता दें कि नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अपर निदेशक प्रसार प्रोफेसर आरआर सिंह ने निचले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त धान की नवीन प्रजाति सांभा सब-वन, एनडीआर-97 की बोआई करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि अन्नदाता इन प्रजातियों की खेती कर कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इन प्रजातियों में रोग लगने की संभावना भी कम होती है।
प्रो. संजीत कुमार में दलहनी फसलों में लगने वाले रोग व कीट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि किसान धान व गेहूं की खेती के साथ दलहनी फसलों की भी खेती करें, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ हो सके। कहा कि आमतौर पर देखा जा रहा कि जनपद के किसान दलहनी और तिलहनी खेती करने में कम रुचि लेते हैं। इससे दलहन, तिलहन की उपज कम होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विज्ञानियों का आह्वान किया कि आने वाले दिनों में किसानों को दलहनी और तिलहनी फसलों की खेती के लिए प्रेरित करें, ताकि आर्थिक समृद्धि आ सके।
केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी व अध्यक्ष डा नरेंद्र रघुवंशी ने केंद्र की ओर से वर्ष 2023-24 में किए गए कार्यों को समिति के समक्ष रखा। कहा कि केंद्र के विज्ञानियों की ओर से किसानों को निरंतर विभिन्न प्रकार की खेती के लिए जागरूक किया जा रहा है। केविकें के अन्य विज्ञानियों ने अपने विषय के संबंध में जानकारी दी।
इस दौरान विज्ञानी डा. रितेश सिंह गंगवार, डा. अभयदीप गौतम, उप निदेशक कृषि जनार्दन कटियार, जिला कृषि अधिकारी राजेश राय, जिला उद्यान अधिकारी एसपी वर्मा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक मनोज बरनवाल, मस्त्य, पशुपालन विभाग के अधिकारी सहित प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे।
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