DM के आदेश पर हुयी मिड डे मील की चेकिंग, SDM के खाना खाते ही खुल गई पोल
मिड डे मील में घोर लापरवाही
डीएम के आदेश पर खुली व्यवस्था की पोल
गंभीर लापरवाही पर अधिकारियों को मिली कड़ी फटकार
जल्द हो सकती है बड़ी कार्रवाई
चंदौली के नवागत जिला अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने मंगलवार को मिड डे मील के भोजन की गुणवत्ता परखने के लिए उप जिला अधिकारियों को आकस्मिक निरीक्षण करने का निर्देश दिया था। जिसके फल स्वरुप मुगलसराय के उप जिला अधिकारी अनुपम मिश्रा ने जब नियामताबाद कंपोजिट विद्यालय का भोजन चखा तो गुणवत्ता का पोल खुल गया। वहीं सकलडीहा के उप जिला अधिकारी कुंदन राज कपूर ने भी पपौरा कंपोजिट विद्यालय में खामियां पाई। सदर उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा ने भी बिछिया कला और खुर्द विद्यालय का निरीक्षण किया तो मिडेमिल की गुणवत्ता के साथ साफ सफाई की स्थिति बेहद खराब मिली। जिस पर संबंधित अधिकारियों को लिखित कार्यवाही के लिए निर्देशित करते हुए कड़ी फटकार लगाई गई।

आपको बता दें कि चंदौली जनपद के नवागत जिला अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने मिड डे मील योजना की गुणवत्ता परखने के लिए सभी उप जिलाधिकारीयो को आकस्मिक निरीक्षण के लिए निर्देशित किया था। जिसके फल स्वरुप मुगलसराय के उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्रा ने नियामताबाद कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया तथा विद्यालय में बच्चों के लिए बना मिड डे मील भोजन को चख तो उसकी गुणवत्ता का पता चल गया। बच्चों को केवल मिड डे मील के नाम पर पानी वाली दाल और गंदा चावल परोसा जा रहा है जिसके लिए उप जिला अधिकारी में कड़ी फटकार लगाते हैं संबंधित अधिकारी को लिखित कार्यवाही के लिए निर्देश दिया है।

वहीं सकलडीहा के उप जिलाधिकारी कुंदन राज कपूर ने पपौरा कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया तो वहां भी यही हाल रहा मिड डे मील में भारी दुर्व्यवस्था रही, केवल पानी वाली दाल और गंदा चावल बच्चों को परोसा जा रहा था। यहां तक की प्रधानाचार्य भी अनुपस्थित रहे। इसके लिए उप जिलाधिकारी द्वारा बीएससी को लेटर लिखा गया है।
वहीं सदर उप जिला अधिकारी दिव्या ओझा ने बिछिया कला व खुर्द के विद्यालयों का निरीक्षण किया तो वहां भी मिडेमिल के नाम पर केवल पानी वाली दाल और चावल परोसा जा रहा है और साफ सफाई अनुकूल नहीं थी, जिसके लिए ग्राम प्रधान को निर्देशित करते हुए विभाग को उप जिलाधिकारी में लिखित कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।

इस संबंध में उप जिलाधिकारियों ने बताया कि मिड डे मील के गुणवत्ता की जांच की गई तो भारी दुर्व्यवस्था मिली जहां केवल पानी वाली दाल व चावल बच्चों को दी जा रही थी। छात्रों की उपस्थिति भी काम रही और जहां सरकार पौष्टिक भोजन बच्चों को दे रही है उनके भोजन में भ्रष्टाचार कर केवल उनको पानी वाली दाल और गंदा चावल खिलाया जा रहा है, जबकि बच्चों को मीनू के हिसाब से सब्जी, दूध, फल आदि की व्यवस्था सरकारी निर्धारित किया है सभी उप जिलाधिकारी निरीक्षण की रिपोर्ट जिलाधिकारी को बनाकर प्रेषित कर रहे हैं हालांकि जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से विद्यालयों में हड़कंप मचा हुआ है।
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