वन विभाग के संरक्षण में हो रहा था अवैध मौरंग खनन, एसडीएम की कार्रवाई तो डीएफओ ने भी शुरू की जांच
जेसीबी मशीन समेत तीन ट्रैक्टर ट्राली पकड़े गये
मौके से पांच लोग हुए गिरफ्तार
पूछताछ में खनन कराने में वन विभाग की मिलीभगत के संकेत
चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके के आरक्षित वन क्षेत्र में मौरंग खनन की सूचना पर एसडीएम आलोक कुमार ने शनिवार को दोपहर में छापा मारा। छापे की कार्रवाई का पता चलते ही खनन स्थल पर भगदड़ मच गई। पांच लोग मौके पर गिरफ्तार हो गए जबकि कई अपना अपना ट्रैक्टर लेकर जंगल के रास्ते फरार हो गए। मौके से खुदाई कर रहे एक जेसीबी व मोरंग से भरे तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ लिया।
जानकारी देते हुए एसडीएम ने बताया कि आरक्षित वन क्षेत्र में लगातार अवैध खनन होने की शिकायतें मिल रही थीं। मौके पर दबोचने से पहले ही खनन करने वालों को उनके टीम के आने की सूचना मिल जाती थी, उनके पहुंचने से पहले ही वह अवैध खनन करने वाले स्थान से भाग जाते थे।
शनिवार को दोपहर में जब उनको किसी ने नौगढ़ रेंज के अन्तर्गत पंडी कंपार्टमेंट नंबर 14 के वन क्षेत्र में अवैध मौरंग खनन होने की सूचना दी तो उन्होंने टीम बनाकर नायब तहसीलदार आलोक रंजन कश्यप को मौके पर भेजा। मौके पर जाकर टीम ने अवैध खनन करते हुए जेसीबी एवं तीन मोरंग से भरे ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ लिया। जेसीबी समेत तीनों गाड़ियों को जब्त कर नौगढ़ थाने ले आया गया।
इधर, अवैध खनन की सूचना पर वन और खनन विभाग के अधिकारियों ने भी कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। एसडीएम का कहना है कि खनन करने वालों के साथ संलिप्त वन कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
वन विभाग खुद करा रहा था मौरंग खनन
अवैध उत्खनन पकड़े जाने के बाद पूरे दिन इलाके में यही चर्चा रही कि खनन का कार्य तो खुद वन विभाग के अधिकारी करा रहे थे। हालांकि इस बात पर वन विभाग के अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। पकड़े गए जेसीबी चालक ने भी रेंजर और वन दरोगा का नाम बताया है। जिसके कहने पर खनन का काम किया जा रहा था।
हालांकि मामले में डीएफओ रणवीर मिश्रा ने कहा है कि अवैध उत्खनन का मामला प्रकाश में आया है। जांच के लिए जयमोंहनी और नौगढ़ रेंज के दो अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। जैसी जांच रिपोर्ट आएगी उसी के हिसाब से सब पर कार्रवाई होगी।
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