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चकिया के लाल शहीद आलोक राव को मिला शौर्य चक्र पुरस्कार, मरणोपरांत वीरता का सम्मान

हालांकि आलोक राव के संघर्ष और वीरता को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत  शुक्रवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शौर्य चक्र पुरस्कार से नवाजा गया।
 

मणिपुर में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान लगी थी गोली

17 मई 2023 को हो गया था शहीद

5 जुलाई 2024 को मिला शौर्य चक्र

चंदौली जिले की चकिया तहसील के रसिया गांव निवासी विजय कुमार के छोटे पुत्र आलोक राव की नक्सलियों के मुठभेड़ में हुई मृत्यु के उपरांत शुक्रवार को नई दिल्ली में शौर्य चक्र पुरस्कार से नवाजा गया है।
 
आपको बता दें कि आलोक राव असम राइफल्स छत्तीसगढ़ में तैनात थे। जिनकी 17 मई 2023 को मणिपुर में नक्सलियों से मुठभेड़ यह दौरान मौत हो गई थी। मौत के बाद उनके  शव को सीआरपीएफ द्वारा उनके पैतृक गांव लाया गया था, जहां परिजनों के सहमति से शहीद आलोक राव के शव की अन्त्येष्टि कर दी गई थी। हालांकि आलोक राव के संघर्ष और वीरता को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत  शुक्रवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शौर्य चक्र पुरस्कार से नवाजा गया।

 shaurya chakra to Martyr Alok Rao

बताया जा रहा है कि यह पुरस्कार जवान आलोक राव के पिता विजय कुमार और उनकी माता माया देवी को राष्ट्रपति ने प्रदान किया । देश के लिए नक्सली हमले में शहीद होने पर भारत सरकार ने उन्हें शौर्य चक्र पुरस्कार दिए जाने के निर्णय के उपरांत पिता विजय कुमार ने कहा कि देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने तथा अदम्य साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण का भाव दिखाकर शहीद होने वाले बेटे आलोक राव को मरणोपरांत राष्ट्रपति के हाथों सम्मान मिला है।

 shaurya chakra to Martyr Alok Rao

मौके पर पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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