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PCS परीक्षा पास कर EO बने दरोगाजी, दे दिया इस्तीफा

इस संबंध में चंदौली समाचार से जब सचिन पांडेय से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करके अधिशासी अधिकारी पद पर चयन हुआ है। इसीलिए उन्होंने दरोगा पद से इस्तीफा दे दिया।
 

 यूपी पुलिस के उपनिरीक्षक से बने EO

 चंदौली जिले में 3 साल से दे रहे थे सेवा

धानापुर थाने में आज दी गयी भावभीनी विदाई

चंदौली जिले में यूपी पुलिस के उपनिरीक्षक पद पर चंदौली जिले के धानापुर थाने में तैनात सचिन पांडेय ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की, जिससे उनका अधिशासी अधिकारी के पद पर चयन हुआ है। चयन होने के बाद उन्होंने उपनिरीक्षक की नौकरी छोड़कर नयी नौकरी ज्वाइन करने के लिए पुलिस की नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद धानापुर थानाध्यक्ष ने  उपनिरीक्षक सचिन पांडेय को आज विदाई देते हुए भविष्य के लिए शुभकामना दी। 


बताया जा रहा है वर्दी पहनकर लोगों की सुरक्षा के महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाले उप निरीक्षक अब अधिशासी अधिकारी बनकर नगर के विकास में योगदान देने की कोशिश करेंगे।  सचिन पांडेय ने बताया कि पुलिस की नौकरी में आने पर पहली पोस्टिंग चंदौली जिले में उपनिरीक्षक पद पर हुईं थी। वह 2019 बैच के दरोगा हैं। जिले में वह  सैयदराजा, अलीनगर, चंदौली थाना में तैनात रह चुके हैं। 
वह वर्तमान समय में धानापुर थाने में नियुक्त थे।  धानापुर थाने में तैनात सचिन पांडेय ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करके अधिशासी अधिकारी पद पर चयन पाया है। चयन होने के बाद उपनिरीक्षक सचिन पांडेय ने दरोगा पद से इस्तीफा दे दिया। 

आज सचिन पांडेय को धानापुर थानाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह के नेतृत्व में भावभीनी विदाई दी गई। धानापुर थाने में सचिन पांडेय ड्यूटी खत्म करने के बाद जब भी कमरे पर जाते थे तो सीधे पढ़ाई पर जुट जाते थे। बैचमेट के साथ मौज मस्ती की जगह वह अपना समय किताबों में बिताते थे। उनके दिमाग में सिर्फ एक ही लक्ष्य चल रहा था पीसीएस परीक्षा क्रैक करना है और वह उसमें सफल भी हो गए।

इस संबंध में चंदौली समाचार से जब सचिन पांडेय से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करके अधिशासी अधिकारी पद पर चयन हुआ है। इसीलिए उन्होंने दरोगा पद से इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में EO ट्रेनिंग के लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नौकरी के साथ-साथ तैयारी के दौरान उन्होंने कई चुनौतियां व कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। मेहनत करता रहा। उसी का फल मिला है। 

साथ ही कहा कि धान के कटोरा कहे जाने वाले चंदौली जिले के अपने तीन साल के कार्यकाल और चंदौली की मिट्टी को वह कभी नहीं भूलेंगे। यहां की मिट्टी में पसीना बहाकर वह पीसीएस में सेलेक्शन पाए हैं। वही उन्होंने कहा कि मौका मिला तो नगर विकास के लिए फिर चंदौली में लौटने की कोशिश करेंगे।

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