सैयदराजा में आजादी के अमर शहीदों को याद करने पहुंचे सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य

स्वतंत्रता की लड़ाई में बलिदान सेनानियों को किया नमन
श्रद्धा सुमन अर्पित करके उनके योगदान को किया याद
28 अगस्त 1942 को सैयदराजा थाने पर फहराया था तिरंगा
चंदौली जनपद के सैयदराजा थाने को 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान 28 अगस्त के दिन आजाद कराने की लिए बलिदान हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए सिक्किम के राज्यपाल महामहिम लक्ष्मण आचार्य आज चंदौली जिले के सैयदराजा शहीद स्मारक पहुंचे।
बताया जा रहा है कि 28 अगस्त 1942 को सैयदराजा थाने को फिरंगियों से आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर वहां तिरंगा फहरा दिया था। उस लड़ाई में अंग्रेजी सिपाहियों की गोली से फेकू राम, गणेश और श्रीधर जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौके पर शहीद हो गए थे। इसके अलावा 14 लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे। कुछ लोग बाद में उपचार के दौरान शहीद हो गए थे।

शहीदों की शहादत को प्रतिवर्ष 28 अगस्त को याद करने के लिए यहां पर शहीद दिवस मनाया जाता है। शहीद दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिक्किम के राज्यपाल महामहिम लक्ष्मण आचार्य शहीद स्मारक पर पहुंचे और शहीदों के स्मृति स्थल पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
इसके बाद स्थानीय नेशनल इंटर कॉलेज के सभागार में शहीदों को याद करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमे स्वतंत्रता की लड़ाई में शहीद हुए वीर सपूतों को याद किया गया।
इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल ने कहा कि बदलते भारत में आज भारत चंद्रमा पर वहां पहुंच गया है, जहां तक विश्व का कोई देश अभी तक नहीं पहुंचा है। भारत लगातार तकनीकी विकास में भी ऊंचाइयों को छूने में महारत हासिल कर रहा है। उन्होंने भारत के सीमा का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस सिक्किम राज्य के राज्यपाल के रूप में अपने दायित्व का निर्वाहन कर रहा हूं। उसके कई गांव विदेशी सीमा से लगे हैं, उनको देश का अंतिम गांव कहा जाता था, लेकिन आज की सरकार उन्हें पहला गांव मानकर वहां के विकास करने में जुटी हुयी है। यही नहीं जो सीमा पर सैनिक भीषण ठंडक में हमारी सुरक्षा कर रहे हैं, उनकी भी कार्य कुशलता को नमन करता हूं।
महामहिम ने स्वच्छता के क्षेत्र में प्रथम राज्य के रूप में सिक्किम का स्थान होने का भी जिक्र किया। कहा कि आज स्वतंत्रता की लड़ाई में लड़ने वाले बलिदानियों के बलिदान की वजह से ही हम हवा में सांस ले रहे है। अपनी नीतियां बना रहे हैं और देश विकास कर रहा है। उन बलिदानियों की ही देन है, उनकी याद में हम लोग आज शहीद दिवस मनाते हैं।
सर्व प्रथम महामहिम द्वारा शहीद स्मारक पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। कार्यक्रम में विधायक सुशील सिंह एवं गणमान्य लोगों द्वारा महामहिम का स्वागत किया गया और महामहिम द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजनों को अंगवस्त्र देकर उनका स्वागत किया गया।
इस अवसर सैयदराजा विधानसभा के विधायक सुशील सिंह, वाराणसी महानगर के महापौर अशोक तिवारी सहित सहित शहीद स्मारक समिति के पदाधिकारी एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजन उपस्थित रहे।
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