सैनिक सम्मान के साथ सेना के जवान को दी गयी अंतिम विदाई
आज पंहुचा मृत सैनिक का शव
सोनबरसा स्थित आवास पर दिवंगत सैन्य कर्मी को दी गयी सलामी
मनीष कुमार सिंह को सलामी देते हुए लोगो की नाम हुयी आँखें
चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के सोनबरसा टांडाकला निवासी सेना के जवान मनीष कुमार सिंह, जिनकी मृत्यु बीते शुक्रवार की देर रात को नयी दिल्ली के आर एंड आर आर्मी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हो गयी थी। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में लिपटा सैन्य कर्मी का पार्थिव शरीर सेना के वाहन से रविवार को उनके पैतृक निवास पर पहुंचा। जहाँ सैन्यकर्मी के अंतिम दर्शन को पुरे क्षैत्र के लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी।
सोनबरसा निवासी शमसेर सिंह के दो पुत्रों में बड़े पुत्र मनीष कुमार सिंह वर्ष 2004 में जाट रेजिमेंट में क्लर्क के पद पर चयनित होकर माँ भारती की सेवा कर रहे थे। बीते गुरुवार को अचानक पेट में दर्द की शिकायत पर उन्हें नयी दिल्ली स्थित सेना के अस्पताल में इलाज के लिये लाया गया था। जहाँ इलाज के दौरान ही शुक्रवार को उनकी मौत हो गयी थी।
नयी दिल्ली स्थित सेना के हेड क्वार्टर में विभागीय कार्यवाही के बाद रविवार की अलसुबह सैनिक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में उनके आवास पर लाया गया। जहां पार्थिव शरीर के साथ आये सेना के जवानों ने गारद पेश कर अंतिम सलामी दिया। उसके बाद अन्य ग्रामीणों ने पुष्पांजलि अर्पित करके सैन्य कर्मी को अंतिम विदाई दिया। टांडाकला स्थित गंगा तट पर दाह संस्कार हुआ । जहाँ उनके एकलौते पुत्र साजन सिंह ने मुखाग्नि दिया। इस दौरान उपस्थित भीड़ बार बार भारत माता की जय, बन्दे मातरम, मनीष सिंह अमर रहे के जयघोष कर रहे थे ।
शहीद का दर्जा देने की उठी मांग
सैन्य कर्मी मनीष कुमार सिंह की अंतिम विदाई में किसी जन प्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी के न आने से लोगों में आक्रोश रहा। वहीँ टांडाकला प्रधान प्रतिनिधि अमित सिंह सोनू ने कहा कि ड्यूटीरत सैन्य कर्मी की मौत भी देश के प्रति शहादत ही है। ऐसे अवसरों पर नेताओं की कथनी करनी में अंतर स्पष्ट हो जाता है। उन्होंने कहा कि अभी बीते 16 अगस्त को सैयदराजा को मंच से बड़ी बड़ी बात करने वाले राजनेता और सत्ताधारी दल भाजपा के भी नुमाइंदे दो दिन बाद ही अपनी ही बात भूल गये और मनीष सिंह के अंतिम विदाई में नहीं आये।
साथ ही जनपद स्तरीय, तहसील स्तरीय और थाना स्तरीय किसी अधिकारी का इस मौके पर न आना भी समझ के परे है । अंतिम विदाई के मौके पर जुटे लोगों ने सैन्य कर्मी मनीष कुमार सिंह को शहीद का दर्जा देते हुए उनके परिवार को शहीद स्तरीय मिलने वाली हर सुविधाएँ देने की मांग किया।
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