SP चंदौली के निशाने पर आए 2 कारखास, जांच के बाद 5 सिपाहियों को मिली काले पानी की सजा

पुलिस अधीक्षक ने फिर कसी भ्रष्टाचारियों पर नकेल
वसूली की शिकायत पर पांच पुलिसकर्मियों का तबादला
एसपी की कार्रवाई से पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
थाने प्रभारियों के खासमखास होते हैं ये वसूली के कारखास
चंदौली जनपद के पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने लगातार जनपद की पुलिसिंग व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त एवं भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए पुलिस कर्मियों की नकेल कसते रहे हैं। एसपी ने जनपद में कार्यभार ग्रहण करने के बाद सभी थाने पर सिक्का जमा कर वसूली करने वाले कार्यखासों सहित लगभग 50 से अधिक लोगों को एक साथ जिले से बाहर किया था, उसके बाद पुलिस महकमें में हड़कंप सी मच गई थी। उसके बाद से थाने पर कोई भी सिपाही सेटिंग का कार्य करने से कतरा रहा था, लेकिन धीरे-धीरे समय बीतने के बाद फिर कार्यखास वसूली का मकड़जाल को फिर फैलाना चालू कर दिए थे। इसकी शिकायत मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने अपने कार्यशैली का एक बार पुनः परिचय देते हुए सकलडीहा के थाने पर तैनात बंटी सिंह व सदर थाने पर तैनात सुनील सिंह सहित पांच लोगों को काले पानी की सजा के तौर पर चकरघट्टा एवं नौगढ़ थाने पर भेज दिया है।

आपको बता दें कि चंदौली जनपद के पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे फिर एक बार भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों पर नकेल कसने के लिए कार्यवाही करते हुए थाने के दो कारखासों सहित पांच लोगों को इधर से उधर करते हुए उनको सबक सिखाने का कार्य किया गया है। पुलिस अधीक्षक को जब भी पुलिसकर्मियों के गलत कार्य करने की शिकायत मिलती है उनके गतिविधियों की वह जांच कराते हैं, उसके बाद अपनी कार्यशैली के अनुसार उनको सबक सिखाने के लिए सजा स्वरूप दूर दराज के इलाके में पोस्टिंग कर देते हैं।

अभी तक के चंदौली के इतिहास में कोई भी ऐसा पुलिस अधीक्षक नहीं देखने को मिला जो कि जनपद के थानों पर पैर जमा कर भ्रष्टाचार करने वालों पर इतना शिकंजा कसा हो। ऐसे लगभग 50 लोगों को सजा के तौर पर जिले से बाहर का रास्ता दिखाया था। पुलिस अधीक्षक के कार्य शैली से पुलिस महकमे में हड़कंप मची थी, लेकिन अपने आदत से मजबूर पुलिसकर्मी फिर से थाने पर वसूली का साम्राज्य फैलाना चालू कर दिए थे। जैसे ही पुलिस अधीक्षक को दो कारखासों की हरकत का पता चला तो सकलडीहा थाने पर तैनात बंटी सिंह तथा सदर थाने पर तैनात सुनील सिंह को काले पानी की सजा के तौर पर नौगढ़ एवं चकरघट्टा का रास्ता दिखाया है।
कहा जा रहा है कि इनके साथ और तीन पुलिस कर्मियों को भी इधर उधर कर दिया। सैयदराजा थाने में तैनात अनुज चौधरी को पुलिस लाइन के कार्यालय से संबद्ध किया गया है। इस कार्यवाही से फिर एक बार पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
वैसे अगर देखा जाए तो हर थाने को चलाने के लिए थाना प्रभारी अपना एक-दो सबसे खासमखास सिपाही चुनते हैं, जो ड्यूटी भले न करता हो, लेकिन थाने को चलाने के लिए लगने वाली सारी चीजों का मैनेजमेंट करता है और संबंधित जगहों से आने वाली बंधी-बधाई रकम की वसूली भी करके लाता है, ताकि थाने के संसाधनों की कमी को दूर किया जा सके। इसमें से कुछ पैसा अपने साहब व अपने लिए भी बचाने की भरपूर कोशिश करता है। इसीलिए चंदौली में कमाई के हिसाब से थानों का वर्गीकरण व रैंकिंग लिस्ट बनायी गयी है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने बताया कि इन पुलिसकर्मियों की शिकायत मिली थी। इसके बाद उनकी जांच कराई गई तो उन लोगों की गलत कार्यों में संलिप्तता पाई गई, जिसको देखते हुए इस तरह की कार्यवाही की गई है। जो भी लोग गलत कार्यों में सम्मिलित पाए जाएंगे, उनके खिलाफ इसी तरह की कार्यवाही की जाएगी।
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