भगवान जानें कब और कैसे बनेगा धरहरा में बनने वाला स्टेडियम, कहां-कहां से लग जा रहा है अडंगा

5 साल में दो बार भेजा गया शासन में प्रस्ताव
अभी तक नहीं शुरु हुआ खेल स्टेडियम का निर्माण कार्य
स्टेडियम बनाने के लेकर कई साल से डबल इंजन के नेता गा रहे हैं गाना
तैयारी करने वाले युवा दर-दर भटकने के लिए मजबूर
चंदौली जिले के सकलडीहा विकास खंड के धरहरा गांव में करीब 10 एकड़ में जिले के एकमात्र स्टेडियम के निर्माण की प्रक्रिया पांच साल से चल रही है, लेकिन अभी तक इसका निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। इसके लिए दो बार प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है।
जिले में नौ मार्च 2024 को आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई सौगात के साथ धरहरा में स्टेडियम के निर्माण के लिए उद्घाटन भी किया था। इसके बावजूद कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट्स कॉरपोरेशन लिमिटेड की निर्माण इकाई-3 की ओर से दुबारा स्टेडियम के लिए भेजे गए प्रस्ताव को अब तक मंजूरी नहीं मिली है। पहले भेजे गए प्रस्ताव को तीन साल के इंतजार के बाद मंजूरी मिली और कुछ पैसा भी जारी किया गया था। हालांकि तब तक निर्माण की लागत बढ़ जाने से काम शुरू नहीं हो सका। छह माह पहले फिर प्रस्ताव भेजा गया है। स्टेडियम नहीं बनने से युवा खेल प्रतिभाएं दर-दर भटकने के लिए मजबूर हैं। जिले में स्टेडियम के निर्माण की कवायद लंबे समय से चल रही है।
वर्ष 2019-2020 से स्टेडियम के निर्माण के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया था। इसमें कटौती करते हुए 23 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को ढाई साल से भी ज्यादा समय बाद मंजूरी दी गई थी। इसी वर्ष फरवरी माह में पहली किस्त के तौर पर पांच करोड़ रुपये जारी किए गए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता प्रभावी होने के कारण काम शुरू नहीं हो पाया। स्टेडियम के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश निर्माण निगम कार्यदायी संस्था है।

जिले के खिलाड़ियों के लिए अभ्यास की सुविधा उपलब्ध कराने के बाबत स्टेडियम में एथलीट ट्रैक के अलावा क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल व कबड्डी का मैदान बनाया जाना है। इसके साथ ही स्टेडियम में पैवेलियन व बहुउद्देशीय हाल की भी व्यवस्था की जानी है। स्टेडियम में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के आयोजन की सुविधा और संसाधन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। खिलाड़ियों के रहने के लिए 50 से 100 बेड तक के हॉस्टल की सुविधा के साथ ही चेंजिंग रूम सहित अन्य कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

इस सम्बंध में जिला बॉक्सिंग संघ और स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ चंदौली के जिला महासचिव व कोच कुमार नंदजी का कहना है कि कई साल से जिले के खिलाड़ियों ने नींद में सोए शासन-प्रशासन को जगाने के लिए पत्रक सौंपने के अलावा दंडवत यात्रा भी निकाली है, लेकिन आज तक स्टेडियम का निर्माण नहीं हो सका है। अब खिलाड़ियों का अगला कदम स्टेडियम के लिए कटोरा लेकर भिक्षाटन करना होगा।
वही जिला क्रीड़ा अधिकारी कर्मवीर सिंह ने बताया कि बढ़ी हुई निर्माण सामग्री की कीमत के आधार पर प्रस्ताव दुबारा बनाकर कार्यदायी संस्था की ओर से शासन को भेजा गया है। जिसे अभी मंजूरी नहीं मिल पाई है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा।
वहीं धरहरा ग्राम प्रधान अमित सिंह का कहना है कि गांव में स्टेडियम बन जाने से ग्रामीण इलाके के युवाओं को अभ्यास की सुविधा मिलती। वहीं गांव का चतुर्दिक विकास भी होता। एक बार फिर से स्टेडियम बनाने के लिए जल्दी ही सूबे के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव से मिलकर मांग की जाएगी।
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