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6 घंटे 4 मिनट तक सूर्य ग्रहण आज, पढ़ें सूतक काल और ग्रहण से जुड़ी जानकारी

इस साल लगने वाला अंतिम सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा यानी आसमान में आग के छल्ले जैसा नजारा कुछ जगहों पर देखा जा सकता है। इस ग्रहण के विभिन्न चरण रहेंगे।
 

आज 2 अक्टूबर, बुधवार के दिन इस साल अंतिम सूर्य ग्रहण लगेगा। वैज्ञानिक दृष्टि से यह ग्रहण बेहद खास माना जा रहा है। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा के आ जाने से सूरज की रोशनी धरती तक नहीं पहुंच पाती, तो इस स्थिति को ही सूर्य ग्रहण कहते हैं। सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, साल का दूसरा सूर्य ग्रहण आज पितृ पक्ष में पड़ने वाली सर्व पितृ अमावस्या तिथि पर यानि कि आज लग रहा है । ये ग्रहण रात 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा, जो करीब 6 घंटे 4 मिनट तक रहेगा। बता दें कि इस साल लगने वाला अंतिम सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा यानी आसमान में आग के छल्ले जैसा नजारा कुछ जगहों पर देखा जा सकता है। इस ग्रहण के विभिन्न चरण रहेंगे। गौर करने वाली बात यह है कि भारत देश पर इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव नहीं रहेगा।

आइए जानते हैं साल का अंतिम सूर्य ग्रहण की टाइमिंग, किन देशों व शहरों में आएगा नजर, सूतक काल समेत कुछ जरूरी डिटेल्स-

ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट महिलाएं बरतें खास सावधानी

जिस स्थान में ग्रहण नजर आता है, वहां पर सूतक काल भी मान्य होता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान भोजन करना, सोना, तेल लगाना व नाखून काटने आदि की मनाही होती है।

भारतीय समय के अनुसार कुछ देर में शुरू होगा सूर्य ग्रहण

भारतीय समयानुसार, साल का आखिरी व दूसरा सूर्य ग्रहण रात 09:13 बजे शुरू होगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। लेकिन जिन देशों में नजर आएगा वहां रिंग ऑफ फायर का नजारा आसमान में देखने को मिलेगा।

पितृ पक्ष के पहले दिन लगा था साल का आखिरी चंद्र ग्रहण

पितृ पक्ष के आखिरी दिन जहां साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है,  वहीं  पितृ पक्ष के पहले दिन 18 सितंबर को साल का आखिरी व दूसरा चंद्र ग्रहण लगा था। यह ग्रहण भी देश में नजर नहीं आया था।

सूतक काल के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?

मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल के दौरान पूजा-पाठ नहीं करनी चाहिए और न ही भगवान को स्पर्श करना चाहिए। वृद्ध और बीमार लोगों को छोड़ कर भोजन आदि करने से बचें। ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को फल, सब्जी आदि काटने एवं नुकीली वस्तु के प्रयोग से बचना चाहिए। सूर्य ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए।

सूतक काल कहां मान्य होगा?

जिन देशों में सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा, उन देशों में सूतक काल भी मान्य होगा। ऐसे में दक्षिणी अफ्रीका के उत्तरी भागों के अलावा आर्कटिक, अर्जेंटीना, ब्राजील,पेरू, फिजी, चिली, होनोलूल, ब्यूनो, आयर्स, अंटार्कटिका और दक्षिणी अमेरिका तथा प्रशांत महासागर के कुछ इलाकों में नजर आएगा और यहां सूतक काल भी लगेगा।

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