ट्रोपोनिन जांच से हृदय रोगियों को मिलेगी राहत, अब नहीं जाना पड़ेगा वाराणसी
हृदय रोगियों को मिलेगी नई सुविधा
अब तक सिर्फ कोलेस्ट्रॉल और ईसीजी जांच तक सीमित
वाराणसी रेफर की मजबूरी से मिलेगी राहत
प्राचार्य डॉ. अमित सिंह ने दी सुविधा जल्द शुरू होने की जानकारी
चंदौली जिले के हृदय रोगियों के लिए राहत भरी खबर है। चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में अब ट्रोपोनिन जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यह जांच दिल की मांसपेशियों को हुई क्षति का सटीक पता लगाने में मदद करेगी और समय रहते बेहतर इलाज संभव हो सकेगा।
अब तक सीमित थीं जांच सुविधाएं
अभी तक अस्पताल में हृदय रोगियों के लिए केवल कोलेस्ट्रॉल और ईसीजी जांच की ही सुविधा थी। कार्डियक अरेस्ट या गंभीर हृदय रोग के मामले सामने आने पर मरीजों को वाराणसी रेफर करना पड़ता था। इस कारण कई मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता था और उनकी जान पर खतरा मंडरा जाता था।
चंदौली और बिहार के मरीजों को होगा लाभ
जनपद की करीब 24.50 लाख आबादी चिकित्सा महाविद्यालय के अस्पताल पर निर्भर है। इसके अलावा बिहार के सासाराम, बक्सर और कैमूर जिले के मरीज भी यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाने आते हैं। अनुमानतः प्रतिदिन 2,500 से अधिक मरीज यहां जांच और उपचार के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में ट्रोपोनिन जांच की सुविधा शुरू होने से बड़ी संख्या में लोगों को फायदा मिलेगा।
क्या है ट्रोपोनिन जांच?
ट्रोपोनिन एक प्रोटीन है जो हृदय और मांसपेशियों में पाया जाता है। हृदय की मांसपेशियों को क्षति होने पर यह रक्त में रिलीज हो जाता है। इसके स्तर की जांच करके यह पता लगाया जाता है कि मरीज को दिल का दौरा पड़ा है या नहीं और हृदय को कितनी क्षति हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह जांच कार्डियक अरेस्ट की पहचान में बेहद कारगर है।
कार्डियोलॉजी सेवाओं की शुरुआत
अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी में बदलने की दिशा में प्रशासन लगातार प्रयासरत है। पहली कड़ी के रूप में यहां कार्डियोलॉजी विभाग की सेवाएं शुरू की जा रही हैं। प्रत्येक गुरुवार को कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. भूपेंद्र वर्मा की ओपीडी संचालित हो रही है, जिसमें 60–70 मरीज इलाज कराने आते हैं। इसके अलावा मेडिसिन विभाग में भी हृदय रोगियों को परामर्श दिया जाता है।
अस्पताल प्रशासन की तैयारी
चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डा. अमित सिंह ने बताया कि ट्रोपोनिन जांच की व्यवस्था शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। जल्द ही मरीजों को यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। उनके अनुसार, “यह जांच हृदय रोगियों की जान बचाने में मददगार साबित होगी और मरीजों को वाराणसी जाने की मजबूरी से राहत मिलेगी।”
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