इस साल जुलाई तक बन जाएगी अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी, 60 फीसदी काम पूरा होने का दावा
अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी के काम पर जोर
पूर्वांचल के मछली कारोबारियों की बढ़ेगी आय
फिश रेस्टोरेंट की होगी सुविधा,
चंदौली जिले के नवीन मंडी में बन रही अंतरराष्ट्रीय स्तर की अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी का निर्माण जुलाई तक पूरा हो जाएगा। फिलहाल साठ फीसदी काम हो चुका है। मत्स्य मंडी से देश के अलावा विदेशों में भी मछलियां भेजी जाएंगी। इसका लाभ जिले के साथ ही पूर्वांचल के मछली कारोबारियों को मिलेगा।
आपको बता दें कि आकांक्षी जिला चंदौली अभी तक धान के कटोरे के रूप में विख्यात है। अब मछली कारोबार के रूप में भी इसे जाना जाएगा। इसके लिए नवीन मंडी परिसर में करीब एक हेक्टेयर में 61.87 करोड़ की लागत से अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी का निर्माण किया जा रहा है। यह मत्स्य मंडी आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी।
बताते चलें कि यह जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएगा। स्टेट ऑफ होलसेल फिश मार्केट के निर्माण में 30 करोड़ केंद्र सरकार और 20 करोड़ राज्य सरकार के साथ 11.87 करोड़ मंडी परिषद की ओर से खर्च किया जा रहा है।
इसमें मत्स्य पालकों के प्रशिक्षण, सेमिनार आदि के लिए कांफ्रेंस हाल भी तैयार किया जाएगा। वहीं, पीपीपी मॉडल पर दूसरी मंजिल पर एक एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट भी बनेगा। इससे पूर्वांचल के मत्स्य पालकों की आय बढ़ेगी। यहां सीड्स, फीड्स, दवाएं और उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे। मछली पालन को लेकर आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन एग्जिबिशन हाल में किया जाएगा। मंडी में 111 दुकानें होंगी।
इसमें 400 किलोवाट का सोलर पावर भी लगाए जाएंगे। व्यापारियों और ट्रक ड्राइवरों के लिए गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा।
इस संबंध में सहायक निदेशक मत्स्य रविंद्र प्रताप ने बताया कि अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएगी। करीब 60 फीसदी काम हो चुका है। स्टेट आफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट पूर्वांचल के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे मत्स्य पालकों की आय भी बढ़ेगी। वहीं रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
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