जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

UP Board Exam Duty Rule : ड्यूटी न करने पर 10 साल की सजा, जानिए और क्या हो सकता है एक्शन

परीक्षा के दौरान एक कक्ष में 40 परीक्षार्थी बिठाए जाएंगे। इसमें दो कक्ष निरीक्षक की व्यवस्था होगी। इसमें एक बाहरी कक्ष निरीक्षक होगा। 40 से अधिक परीक्षार्थी होने पर तीन कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे।
 

कक्ष निरीक्षकों की अनुपस्थिति पर सख्त कार्रवाई

बालिकाओं के लिए महिला शिक्षकों की विशेष तैनाती

केंद्र में 50 प्रतिशत बाहरी निरीक्षक किए जाएंगे तैनात

चंदौली जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक के दायित्व निर्वहन को लेकर सख्त कदम उठाया गया है। शिक्षकों की अनुपस्थिति या ड्यूटी न करने पर 10 साल तक की सजा हो सकती है। यह नई व्यवस्था परीक्षा अधिनियम में संशोधन कर की गई है। इस बार 2200 से अधिक शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जानी है। इसके अतिरिक्त परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की मदद ली जाएगी। 50 प्रतिशत कक्ष निरीक्षक बाहरी तैनात किए जाएंगे।

आपको बता दें जनपद में बोर्ड परीक्षा के लिए 82 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 59 हजार 997 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा को नकल विहीन कराने पर शासन व परिषद का पूरा जोर है। परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक अब सभी कक्ष निरीक्षक अपने विद्यालय के तैनात नहीं कर सकेंगे। केंद्रों पर अन्य विद्यालयों के शिक्षक बतौर कक्ष निरीक्षक तैनात होंगे। परीक्षा के दौरान एक कक्ष में 40 परीक्षार्थी बिठाए जाएंगे। इसमें दो कक्ष निरीक्षक की व्यवस्था होगी। इसमें एक बाहरी कक्ष निरीक्षक होगा। 40 से अधिक परीक्षार्थी होने पर तीन कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। इसमें एक स्कूल और दो बाहर के होंगे। जहां बालिकाएं होंगी, वहां कक्ष निरीक्षक के तौर पर शिक्षिका की तैनाती होगी। छात्रा की तलाशी शिक्षिका ही लेंगी।

विषयाध्यापक की नहीं लगेगी

ड्यूटी जिन शिक्षकों के परिचित या रिश्तेदार जिस केंद्र पर परीक्षा देंगे वहां उनकी ड्यूटी नहीं लगेगी। वहीं जिस विषय की परीक्षा होगी उस विषय का शिक्षक भी कक्ष निरीक्षक नहीं बनेगा। शासन से निर्देश मिलने के बाद विभाग ने परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों की तैनाती कर दी जाएगी।

कक्ष निरीक्षक नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल बोर्ड परीक्षा के दौरान कक्ष निरीक्षक अपने साथ परीक्षा कक्ष के भीतर अपना मोबाइल या कैलकुलेटर नहीं ले जा सकेंगे। केंद्र पर मोबाइल को जमा करा लिया जाएगा। जो कि परीक्षा समाप्त होने के बाद वापस दिया जाएगा।

इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक दल सिंगार यादव ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के संबंध में जो भी निर्देश शासन से जारी किए गए है उनका पालन कराया जाएगा। परीक्षा पूरी तरह से नकल विहीन होगी। परीक्षा के लिए कक्ष निरीक्षकों की आवश्यकता की जानकारी केंद्र व्यवस्थापकों से मांगी जा रही है।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*

News Hub