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बिना ड्यूटी के मानदेय जारी कर देने का मामला आया सामने, 17 दिनों से लटकी है जिला विद्यालय निरीक्षक के यहां जांच

यह मामला डीएम के संज्ञान में भी आ चुका है। जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। डीएम के निर्देश देने के बाद 17 दिन बीत गए, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
 



जुगाड़ से चल रही थी उषा यादव की नौकरी

बिना काम किए मिल रहा था मानदेय

डीएम के साहब के आदेश पर डीआईओएस का करनी है जांच

17 दिन बाद भी नहीं मिला जांच करने का मौका

चंदौली जिले में बेसिक शिक्षा विभाग ने सहायक लेखाकार के पद पर नियुक्त उषा यादव को बिना ड्यूटी किये ही मानदेय जारी कर दिया है। ऐसा मामला सामने आ रहा है, जिसके बाद विभाग में खलबली मची है। वहीं यह मामला जब जिलाधिकारी कि संज्ञान में आया तो उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच करने का आदेश दे दिया है । जिससे शिक्षा विभाग के लोगों की नींद उड़ी है।

इस संबंध में बीआरसी पर तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर शमशेर बहादुर ने बताया कि सहायक लेखाकार उषा यादव की शहाबगंज बीआरसी पर 1 जुलाई 2022 को नियुक्ति हुईं थीं। तब से एक दिन भी वह कार्यालय पर उपस्थित नहीं हुई हैं।

वही इस संबंध में जब कार्यालय सहायक अवधेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने भी यही बात बतायी। उन्होंने बताया कि जब से उनकी नियुक्ति हुई है तब से एक दिन भी वह दफ्तर में उपस्थित नहीं हुईं हैं । लेकिन इनको मानदेय दिया जा रहा है या नहीं..उपस्थिति रजिस्टर पर उनके साइन हो रहे हैं या नहीं । इसके बारे में उनको जानकारी नहीं है।

आपको बता दें कि यह मामला डीएम के संज्ञान में भी आ चुका है। जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। डीएम के निर्देश देने के बाद 17 दिन बीत गए, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।

वहीं इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक जय प्रकाश ने बताया कि जल्द ही बीआरसी पहुंचकर प्रकरण की जांच कराई जाएगी और इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी।  वहीं मामले में बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह का कहना है कि सहायक लेखाकार का मानदेय रोक दिया गया है और प्रकरण की जांच कराई जा रही है।

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