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प्रदेश के 26 मेडिकल कॉलेजों में वाइस प्रिंसिपल नियुक्त, चंदौली में जनरल सर्जरी की सहायक आचार्य डा. नैंसी पारुल की तैनाती

प्रदेश के 26 मेडिकल कॉलेजों में उप प्रधानाचार्य की नियुक्ति कर दी गई है। ये संबंधित कॉलेजों में प्रधानाचार्य की मदद करेंगे। उनकी अनुपस्थिति में बतौर प्रधानाचार्य कार्य करेंगे।
 

बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज में भी हुयी तैनाती

वाइस प्रिंसिपल करेंगे प्रधानाचार्य का सहयोग

अनुपस्थिति में अपने आप संभालेंगे सारा कार्यभार

जानिए किसको कहां मिला है मौका 

प्रदेश के 26 मेडिकल कॉलेजों में उप प्रधानाचार्य की नियुक्ति कर दी गई है। ये संबंधित कॉलेजों में प्रधानाचार्य की मदद करेंगे। उनकी अनुपस्थिति में बतौर प्रधानाचार्य कार्य करेंगे। इस नियुक्ति से प्रधानाचार्य की अनुपस्थिति में कार्यभार सौंपने को लेकर होने वाले विवाद से मुक्ति मिल गई है। इसमें चंदौली जिले के बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज को भी नया वाइस प्रिंसिपल मिला गया।

प्रदेश के ज्यादातर मेडिकल कॉलेजों में प्रधानाचार्य का अभाव है। ऐसे में यहां संबंधित कॉलेजों के ही संकाय सदस्यों को कार्यवाहक के रूप में जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन कार्यवाहक की अनुपिस्थिति में कार्यभार सौंपने को लेकर अक्सर सवाल खड़े होते रहे हैं। ऐसे में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेजों में उप प्रधानचार्य की तैनाती का फैसला लिया है। 


चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय के प्रस्ताव पर विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने उप प्रधानाचार्यों के नाम पर मुहर लगा दी है। प्रदेश के 13 राजकीय मेडिकल कॉलेजों में पांच में उप प्रधानाचार्य नियुक्ति किए गए हैं। इसी तरह 27 राज्य स्वशासी मेडिकल कॉलेजों में 21 में उप प्रधानाचार्य नियुक्त किए गए हैं। इसमें कई कॉलेजों में असिस्टेंट और एसोसिएट प्रोफेसर को भी उप प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि संबंधित कॉलेज में प्रोफेसर मौजूद हैं।

प्रदेश में 13 राजकीय मेडिकल कॉलेजों में लोक सेवा आयोग से चयनित प्रधानाचार्यों में जीएसवीएम कानपुर में डा. संजय काला, एलएलआरएम मेरठ में डा. आरसी गुप्ता, राजकीय मेडिकल कॉलेज सहारनपुर में डा. सुधीर राठी, राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन में अरविंद त्रिवेदी नियमित प्रधानाचार्य हैं। 


रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा के प्रधानाचार्य डा. मुकेश कुमार यादव को पहले डीजीएमई कार्यालय से संबद्ध किया गया था। इन दिनों उन्हें घर बैठा दिया गया है। उनसे कोई काम नहीं लिया जा रहा है। इसी तरह राजकीय मेडिकल कॉलेज आगरा, गोरखपुर, झांसी, कन्नौज, आजमगढ़, बांदा, अंबेडकर नगर और बदायूं में कार्यवाहक प्रधानाचार्य से काम चलाया जा रहा है।                                                                                                                                    

इसके साथ ही साथ आजमगढ़ में एनाटमी की प्रोफेसर डा. मनीषा उपाध्याय, जौनपुर में फार्माकोलॉजी के आचार्य डा. आशीष यादव, सोनभद्र में एनाटामी के सह आचार्य डा. आनंद कुमार, चंदौली में जनरल सर्जरी की सहायक आचार्य डा. नैंसी पारुल, स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय मिर्जापुर में कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डा. धीरेंद्र कुमार, गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में एनाटामी के आचार्य डा. नीरज कुमार को उपप्रधानाचार्य पद पर तैनाती दी गई है। इसके अलावा 20 अन्य मेडिकल कॉलेजों राजकीय मेडिकल कॉलेज मेरठ में आर्थोपेडिक्स के प्रोफेसर डा. ज्ञानेश्वर टांक, कन्नौज में ईएनटी के प्रोफेसर डा. संदीप कौशिक, सहारनपुर में एनाटामी के प्रोफेसर डा. विनय कुमार, बदायूं में फोरेंसिक मेडिसिन की सह आचार्य डा. नेहा सिंह प्रतापगढ़ में कम्यूनिटी मेडिसिन की सह आचार्य डा. रश्मि यादव, औरैया में टीबी एंड चेस्ट विभाग के सह आचार्य डा. मनोज कुमार मेघवानी, कानपुर देहात में जनरल मेडिसिन के आचार्य डा. हरप्रीत सिंह, कुशीनगर में एनाटमी के आचार्य डा. सुभाष गुप्ता, बिजनौर में एनेस्थीसिया के आचार्य डा. तुहिन वशिष्ठ, लखीमपुर खीरी में दंत रोग विभाग के सह आचार्य डा. राजेश झिंगरन, सुल्तानपुर में पीडियाट्रिक्स के सह आचार्य डा. प्रियांक वर्मा, ललितपुर में पैथालॉजी की आचार्य डा. श्रुति सिंह, पीलीभीत में कम्यूनिटी मेडिसिन के आचार्य डा. अरुण सिंह, कौशांबी में स्किन एंड वीडी के सहायक आचार्य डा. सौरभ कृष्ण मिश्रा, बस्ती में डेंटिस्ट्री के सह आचार्य डा. अनिल कुमार यादव, बहराइच में कम्यूनिटी मेडिसिन के आचार्य डा. मलिक शहनवाज अहमद, एटा में माइक्रोबायलॉजी के सहायक आचार्य डा. अमित जैन, हरदोई में फिजियोलॉजी के आचार्य डा. नरेंद्र कुमार, फतेहपुर में बायोकेमिस्ट्री के आचार्य डा. प्रदीप कुमार, देवरिया में बायोकेमिस्ट्री की आचार्य डा. श्वेता सिंह को उपप्रधानाचार्य पद पर तैनाती दी गई है।

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