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1 अप्रैल से खुल जाएंगे परिषदीय विद्यालय, अभी तक नहीं आई है सभी किताबें, नए सत्र में कैसे पढ़ेंगे बच्चे

परिषदीय विद्यालय एक अप्रैल से खुल जाएंगे। सरकार सत्र की शुरूआत से ही बच्चों को पाठ्य उपलब्ध कराने का दावा कर रही है, लेकिन जिले में पूरी पाठ्य पुस्तकें नहीं पहुंची है।
 

परिषदीय विद्यालयों का ऐसा है हाल

बेसिक शिक्षा विभाग देता है नयी किताबें

जिले में 18 लाख पुस्तकों की आवश्यकता

अभी भी 5 लाख किताबों का इंतजार

चंदौली जिले के परिषदीय विद्यालय एक अप्रैल से खुल जाएंगे। सरकार सत्र की शुरूआत से ही बच्चों को पाठ्य उपलब्ध कराने का दावा कर रही है, लेकिन जिले में पूरी पाठ्य पुस्तकें नहीं पहुंची है। ऐसे में बच्चों के हाथों में सभी किताबें मिलनी मुश्किल दिख रही है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग का दावा है कि समय से सभी पुस्तक बच्चों को उपलब्ध करा दी जाएंगी।


आपको बता दें कि जनपद में कुल 1185 विद्यालय परिषदीय संचालित होते हैं। वही लगभग ढाई लाख से अधिक बच्चे कक्षा 1 से 8 तक में पठन-पाठन का कार्य करते हैं। इन बच्चों के लिए लगभग 18 लाख पुस्तकों की आवश्यकता है, लेकिन अभी तक मात्र 13 लाख पुस्तकें ही पहुंच पाई हैं। कहा जा रहा है कि इसमें लगभग प्रमुख किताबें पहुंच पाई है लेकिन कुछ ऐसी किताबें हैं जो जिला मुख्यालय स्थित पुस्तक केंद्र पर नहीं आई हैं।

 

वहीं विभाग का दावा है समय से सभी पुस्तक उपलब्ध हो जाएंगी। इसके बाद विद्यालयों पर भेजी जाएंगी। जो पुस्तकें आई हैं उन्हें जिला पुस्तक केंद्र पर सुरक्षित रख दी गई हैं।


इसा सम्बन्ध में जिला पुस्तक केंद्र प्रभारी महेंद्र प्रसाद ने बताया कि जनपद में 18 लाख पुस्तकों के सापेक्ष 13 लाख पुस्तक विभिन्न विषय की उपलब्ध हो चुकी हैं। इनका वितरण जल्द ही शुरू करा दिया जाएगा। शेष पुस्तकों को जल्द मंगाकर उनका वितरण करा दिया जाएगा।

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