चेतावनी बिंदु से एक मीटर नीचे बह रहीं गंगा, 24 घंटे में 66 सेमी बढ़ा जलस्तर
तटवर्ती इलाकों के खेतों में पहुंचने लगा पानी
किसानों और ग्रामीणों की चिंता बढ़ी
जिला प्रशासन कर रहा है अपना दावा
चंदौली जिले में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ाव जारी है। 24 घंटे में 66 सेंटीमीटर पानी बढ़ने से तटवर्ती गांवों में लोग सहम गए हैं। इस समय चेतावनी बिंदु से करीब एक मीटर नीचे गंगा बह रही हैं। वहीं, खेतों में पानी घुसने लगा है, जिससे सब्जियों और अनाज की फसलों को नुकसान होगा।
आपको बता दें केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बृहस्पतिवार को शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 69.34 मीटर रिकॉर्ड किया गया। बुधवार की शाम को जलस्तर 68.68 मीटर था। इस तरह 24 घंटे में जलस्तर 66 सेंटीमीटर पानी बढ़ गया। यह जलस्तर चेतावनी बिंदु से करीब एक मीटर नीचे है।
बताते चलें कि गंगा के जलस्तर का चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर है जबकि खतरे के निशान का बिंदु 71.262 मीटर है। वहीं, अधिकतम खतरे का निशान 73.901 है, जो 9 सितंबर 1978 में दर्ज किया गया था। चहनियां और टांडाकला संवाददाता के अनुसार गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है। भूपौली, डेरवा, महड़ौरा, कांवर, पकड़ी, महुअरिया, विसुपुर, महुआरी खास, सराय, बलुआ, डेरवाकला, महुअर कला, हरधन जुड़ा, गंगापुर, पूरा बिजयी, पूरा गणेश, चकरा, हरधन जुड़ा, सोनबरसा, टांडाकला, महमदपुर, सरौली, तीरगावा, हसनपुर, बड़गांवा, नादी निधौरा, सहेपुर के खेतों में पानी पहुंचने लगा है।
इससे अनाज और सब्जी की फसलों को नुकसान होगा। बलुआ घाट स्थित शवदाह स्थल और पुराना चेकिंग रूम डूब गया।
पानी बढ़ने से नगवा पंप कैनाल बंद
धानापुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से नगवा पंप कैनाल का संपर्क पाइप से कट गया है। इससे पंप कैनाल बंद हो गया है। इससे किसानों को परेशानी हो रही है। वहीं, गंगा का पानी नीचे के खेतों और गांव के तरफ बढ़ रहा है। रामपुर दौवा, प्रसहटा, बुद्धपुर, नौवरा, नरौली, बडौरा, गुरैनी समेत अन्य गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है। नगवा चोचकपुर गंगा घाट के नाविकों का कहना है कि अगर जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा तो एक-दो दिन में नाव का संचालन बंद कर दिया जाएगा।
कटान से सीवर लाइन का पाइप गंगा में समाया
दुलहीपुर में गंगा में बाढ़ के साथ कटान भी तेज हो गई है। बृहस्पतिवार को भोर में कुंडा खुर्द में सीवर लाइन का पाइप गंगा में समा गया। कुंडा खुर्द व कुंडा कला की मलहिया बस्ती, मवई कला गांव में की समस्या से हर साल लोग परेशान होते हैं। कुंडा खुर्द गांव की मलहिया बस्ती में सीवर लाइन का पाइप और तिराहा भोर में भरभरा कर गंगा में समा गया। गांव के विशाल निषाद, छन्नूलाल, सुरेश, विजय बहादुर, संतोष, बाबू ने बताया कि पिछले साल हनुमान मंदिर और पीपल का पेड़ कटान की भेंट चढ़ गया था।
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