चंद्रप्रभा और नौगढ़ में विकसित होगा वेटलैंड संरक्षण वन, 10 हेक्टेयर जमीन तैयार

नौगढ़ इलाके में गिरते जल स्तर को बढ़ाने का प्लान
वन विभाग की ओर से की जा रही है खास पहल
अब चंद्रप्रभा और नौगढ़ वन रेंज में वेटलैंड संरक्षण वन होगा विकसित
चंदौली जिले के नौगढ़ में लगातार गिरते जल स्तर को बढ़ाने के लिए वन विभाग अब चंद्रप्रभा और नौगढ़ वन रेंज में वेटलैंड संरक्षण वन विकसित करने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ स्थानीय विधायक कैलाश आचार्य और जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे करेंगे। वन विभाग ने इसके लिए 20 हेक्टेयर जमीन को चिह्नित कर लिया है।

बताया जा रहा है कि योजना के तहत काशी वन्य जीव प्रभाग के अंतर्गत नौगढ़ वन रेंज में सेहुआनार रोपावनी के 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में वेटलैंड संरक्षण वन विकसित किया जाएगा। इसके अलावा, चंद्रप्रभा वन रेंज के लतमरवा वन ब्लॉक में 5 हेक्टेयर और पुलिस चौकी चंद्रप्रभा में 5 हेक्टेयर जमीन को वेटलैंड वन के लिए चिह्नित किया गया है।
इस परियोजना के अंतर्गत जलाशयों को संरक्षित करने के साथ-साथ उनके पास अधिक से अधिक संख्या में पौधे रोपे जाएंगे। प्रभागीय वनाधिकारी दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि जलस्तर बढ़ाने के उद्देश्य से नौगढ़ और चंद्रप्रभा में वेटलैंड वन विकसित किए जाएंगे। जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में 6 हजार पौधों का रोपण कार्य कराया जाएगा।

वेटलैंड का महत्व
वेटलैंड का मतलब होता है आर्द्रभूमि, यानी ऐसे भूभाग जो पूर्ण अथवा आंशिक रूप से हमेशा पानी से भरे होते हैं। पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखने में वेटलैंड की अहम भूमिका होती है। वेटलैंड वन प्रवासी पक्षियों के रहने के लिहाज से अनुकूल होते हैं, जिससे यह स्थान पक्षी प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन सकता है। इसके अलावा, जलीय जीव-जंतुओं के लिए भी वेटलैंड आवास का कार्य करते हैं, जिससे जलजीवों की जैव विविधता को संरक्षित किया जा सकता है।
वेटलैंड वन न केवल जल संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि यह क्षेत्रीय जलवायु को भी संतुलित रखने में मददगार होते हैं। वेटलैंड वन में पौधों की विविधता और उनकी संख्या बढ़ने से जलाशयों के आसपास का वातावरण भी हरा-भरा बना रहता है। इसके परिणामस्वरूप, स्थानीय कृषि और पेयजल की समस्याओं का समाधान हो सकता है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय जल स्तर को बढ़ाना और पर्यावरण को संरक्षित करना है। वेटलैंड संरक्षण वन के माध्यम से न केवल जलाशयों को संरक्षित किया जाएगा, बल्कि वन्य जीवों और पक्षियों के लिए एक सुरक्षित आवास भी प्रदान किया जाएगा। वन विभाग की यह पहल क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखने और स्थानीय जनता को जागरूक करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
इस प्रकार, चंद्रप्रभा और नौगढ़ में विकसित होने वाला वेटलैंड संरक्षण वन क्षेत्र के पर्यावरण और जैव विविधता के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*