लगातार पड़ रही भीषण गर्मी में पानी की तलाश, प्यास बुझाने के लिए गांवों की ओर भटक रहे हिरन
नौगढ़ राजदरी क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी
वन्य जीवों पर भी साफ दिखने लगा है असर
40 हिरनों का झुंड पानी की तलाश में पहुंचा बनरसिया गांव
चंदौली जिले के नौगढ़ राजदरी क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी का असर अब वन्य जीवों पर भी साफ दिखने लगा है। जंगलों में जल स्रोत सूखने के कारण हिरनों समेत अन्य जंगली जानवर पानी की तलाश में गांवों और खेतों की ओर भटकते नजर आ रहे हैं। बीते शुक्रवार को चकिया क्षेत्र के बनरसिया गांव के सिवान में लगभग 40 हिरनों का झुंड पानी की तलाश में पहुंच गया, जिससे ग्रामीणों में भी हड़कंप मच गया।
बताते चलें वन विभाग की ओर से चकिया और राजपथ रेंज के जंगलों में इस विकट गर्मी में भी पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसके चलते जंगली जानवरों को लंबी दूरी तय कर पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। कई बार ऐसे हालात में जानवरों की जान तक चली जाती है। हालांकि, चंद्रप्रभा रेंज के सेंचुरी क्षेत्र में वन विभाग द्वारा 15 स्थानों पर टैंकर के माध्यम से प्रतिदिन पानी पहुंचाया जा रहा है। केयरटेकर वन दरोगा रिशु चौबे के अनुसार, यह प्रयास वन्य जीवों को जंगल में ही रोकने और उन्हें प्यास से बचाने के लिए किया जा रहा है।
किसानों का कहना है कि जंगली जानवरों के गांवों में आने से उनकी फसलें भी खतरे में पड़ जाती हैं। हिरन और नीलगायों के झुंड खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। किसानों ने बताया कि वे अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों में पुतले लगाते हैं ताकि जानवर डर कर दूर रहें। ग्रामीण उमाशंकर मौर्या, कमलेश पांडेय, श्रीनाथ तिवारी और मुरली श्याम ने मांग की कि सभी वन क्षेत्रों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि जंगली जानवरों को आबादी वाले इलाकों की ओर न आना पड़े।
वहीं वन प्रभागाधिकारी दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने दावा किया कि चंद्रप्रभा रेंज के सेंचुरी एरिया में वन्य जीवों के लिए समुचित जल प्रबंध किया गया है। विभाग उनकी सुरक्षा और देखभाल के प्रति पूरी तरह सतर्क है। फिर भी अन्य रेंजों में व्यवस्था न होने से वन्य जीवों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
गर्मी और पानी की कमी का यह संकट केवल जंगली जानवरों का ही नहीं, बल्कि किसानों और ग्रामीणों के लिए भी गंभीर समस्या बनता जा रहा है। समय रहते व्यापक समाधान जरूरी है।
Tags
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*






