DM साहब देख लीजिए...किसानों से ज्यादा मछली मारने के लिए ठेकेदारों के खासमखास हैं सिंचाई विभाग के अफसर

गेट खोल कर बेवजह बहाया जा रहा है पानी
लतीफशाह बांध के राइट कर्मनाशा नहर के गेट है खुला
17 मार्च से बंद नहर को धान की रोपाई के समय जुलाई माह में खोलने का है नियम
किसानों की फरियाद सुनने वाला कोई नहीं
चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत लतीफशाह बांध से निकली राइट कर्मनाशा नहर से बेवजह पानी बहाया जा रहा है। जबकि इस वक्त फसलों की कटाई हो रही है। ऐसे समय में बेवजह पानी को बहाए जाने से धान की बीज डालने के वक्त सिंचाई का गंभीर संकट खड़ा हो सकता है।

बताते चलें कि पिछले दिनों गेहूं की तीसरी सिंचाई के लिए 17 दिन तक नहर को चलाए जाने के बाद 11 मार्च से बंद कर दिया गया था। उस वक्त सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया था कि बेन राजवाहा में काम होना है इसलिए नहर को बंद कर दिया गया है। अब वह जुलाई माह में धान की रोपाई के वक्त खुलेगी। इसी बीच बुधवार की रात में ही नहर को मछली मारने के लिए ठेकेदारों से मिलकर खोल दिया गया।

नहर खुलने पर किसान विकास मंच के नेता रामअवध सिंह ने अधिशासी अभियंता को फोन करके नहर खोलने का कारण पूछा। लेकिन उन्होंने नहर खुलने के बाबत कोई भी जानकारी न होने की बात कही और जेई को निर्देश देकर तत्काल नहर बंद कराया। किसान नेता ने आरोप लगाया है कि हर वर्ष गर्मी के मौसम में विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मछली ठेकेदारों से मिलकर बांध के गेट को खोलकर अनायास पानी बहाते हैं जिससे आगे बारिश न होने पर धान की नर्सरी के लिए किसानों को भारी जिल्लत झेलनी पड़ती है।
उन्होंने चेताया कि आगे अगर इस तरह से नहर का पानी बेवजह बहाया गया तो जिले भर के किसान सिंचाई विभाग के कार्यालय का घेराव करने तथा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*