मौत को मात देने वाला चमत्कार: जाको राखे साइयां मार सके न कोय, 40 डिब्बों की ट्रेन के नीचे आये मासूम को नहीं आयी खरोंच
पतंग लूटने का जानलेवा खेल
पटरी के बीच लेटकर बचाई जान
40 डिब्बों की ट्रेन ऊपर से गुजरी
सैयदराजा डीएफसी ट्रैक पर हादसा
जाको राखे साइयां मार सके न कोय
चंदौली जनपद अंतर्गत सैयदराजा कस्बा क्षेत्र में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसे देखकर प्रत्यक्षदर्शियों की रूह कांप गई। पतंग लूटने के शौक ने एक 11 वर्षीय बालक को मौत के इतने करीब पहुँचा दिया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। जानकारी के अनुसार, सैयदराजा रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) की रेलवे लाइन पर पतंग पकड़ने के दौरान शिव केसरी का जिसकी उम्र 11 वर्ष थी, अचानक डाउन लाइन पर पहुँच गया। वह अभी पतंग पकड़ने की कोशिश कर ही रहा था कि तभी तेज रफ्तार मालगाड़ी उसके बिल्कुल करीब आ गई।
देखें वीडियो....दौड़ती ट्रैन के नीचे आने के बाद भी कैसे बची बच्चे की जान
सूझबूझ ने बचाई जान: पटरी के बीच लेट गया बालक
जब बालक ने देखा कि ट्रेन इतनी करीब आ चुकी है कि पटरी से बाहर भागना नामुमकिन है, तो उसने मौत को सामने देख अपनी जान बचाने के लिए एक जोखिम भरा लेकिन सूझबूझ भरा फैसला लिया। वह बिजली की फुर्ती के साथ दोनों पटरियों के ठीक बीचो-बीच जमीन से चिपक कर लेट गया। देखते ही देखते करीब 40 डिब्बों की मालगाड़ी तेज आवाज के साथ उसके ऊपर से गुजर गई। वहां खड़े लोग डर के मारे आंखें बंद कर चिल्लाने लगे, सभी को लगा कि अब बालक का बचना नामुमकिन है। लेकिन जैसे ही ट्रेन गुजरी, वह बालक सुरक्षित उठ खड़ा हुआ।
जाको राखे साइयां मार सके न कोय: खरोंच तक नहीं आई
ट्रेन गुजरने के बाद जब शिव केसरी सुरक्षित बाहर निकला, तो लोगों की आंखों पर यकीन करना मुश्किल था। चमत्कारिक रूप से उसके शरीर पर एक खरोंच तक नहीं आई थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह दृश्य किसी फिल्मी स्टंट से कम नहीं था, लेकिन यह हकीकत थी। स्थानीय लोगों ने इसे ईश्वर की असीम कृपा बताते हुए "जाको राखे साइयां, मार सके न कोय" की कहावत को याद किया। बालक की इस जांबाजी और किस्मत की चर्चा अब पूरे जनपद में आग की तरह फैल गई है, और हर कोई इसे कुदरत का करिश्मा मान रहा है।
जागरूक नागरिकों की अभिभावकों से अपील
इस घटना ने जहां एक ओर चमत्कार की कहानी लिखी, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और प्रबुद्ध नागरिकों ने इस घटना को एक बड़ी चेतावनी के रूप में लिया है। लोगों ने अभिभावकों से पुरजोर अपील की है कि वे अपने बच्चों को रेलवे ट्रैक, ऊंचे भवनों या बिजली के तारों के पास पतंग उड़ाने या लूटने से रोकें। खेल-खेल में लिया गया ऐसा जोखिम किसी भी दिन मातम में बदल सकता है। रेलवे विभाग ने भी ट्रैक के आसपास अनधिकृत प्रवेश को लेकर सख्त हिदायत दी है, ताकि भविष्य में ऐसे जानलेवा हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
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