आखिर किसके लिए बना है गांव का सार्वजनिक शौचालय, लाखों रुपए खर्च करके लटका रखा है ताला
मुड़हुआ दक्षिणी गांव के शौचालय पर लटका रहता है ताला
पक्की व सीसी सड़क की है जरुरत
गांव के पंचायत भवन को पूरा कराने की मांग
चंदौली जिले के गांवों के समुचित विकास के लिए सरकार की ओर ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) संचालित की जा रही है। इस योजना का मकसद, ग्राम पंचायतों को सामाजिक, आर्थिक व वैयक्तिक विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है। इस योजना के तहत ग्राम पंचायतें अपनी वार्षिक कार्य योजना तैयार करती है। साथ ही, इस योजना में संसाधनों का बेहतर प्रबंधन के साथ अन्य कई बिंदुओं को शामिल किया गया है। इस योजना का जमीनी प्रभाव पहाड़ी क्षेत्र के कई गांव में देखने को नहीं मिल पा रहा है।
आपको बता दें कि चकिया विकास खंड के ग्राम पंचायत मुड़हुआ दक्षिणी का भी ऐसा ही हाल है। यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। गांव में विकास के नाम पर धन खर्च तो किया गया। लेकिन, इसके बाद भी गांव की सूरत नहीं बदलती दिख रही है। गांव आज भी विकास की दौड़ में पीछे है।
गांव के लोगों ने बताया कि गांव के सामुदायिक शौचालय किसी के उपयोग में नहीं आता। पंचायत भवन अभी तक अधूरा पड़ा है। गांव में पक्की या सीसी सड़क का अभाव है। जिससे गांव के रास्तों का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
गांव का पंचायत भवन आधा अधूरा है। इसके अभाव में गांव के विकास का खाका तैयार करने के लिए पंचायत सदस्यों की बैठकें नहीं हो पाती हैं और न ही पंचायत सचिव ग्रामीणों के विभिन्न समस्याओं को दूर करने को लोगों से मिल पाते हैं। इसके अलावा नियमित सफाई न होने से गांव में चारों तरफ गंदगी बिखरी है। गांव का सफाई क्या करता है, किसी को पता नहीं है।
गांव के लोगों ने पंचायत भवन की दुर्दशा सुधारने व इसे जल्द पूरा कराने की मांग की है, ताकि गांव के लोगों को अपने काम के लिए इधर उधर न भटकना पड़े।
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