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...इसलिए पिस्टल निकालकर फौजी चलाने लगा गोली, गोलियों की तड़तड़ाहट से सहम उठे ग्रामीण

घटना के बाद गांव में भारी तनाव व्याप्त हो गया है। एहतियातन गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पीड़ित पक्ष की ओर से थाने में तहरीर दी गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
 

जमीन विवाद में फत्तेपुर में हुई फायरिंग

जमीन विवाद सुलझाने को बुलाई गई थी पंचायत

गुस्से में रिटायर्ड फौजी ने की ताबड़तोड़ फायरिंग

जानिए कौन हैं गोली में मरने वाला दरोगा यादव

चंदौली जिले के फत्तेपुर कला गांव में मंगलवार दोपहर जमीन विवाद को सुलझाने के लिए बुलाई गई पंचायत उस समय खूनी संघर्ष में बदल गई जब अचानक एक पक्ष की ओर से लाइसेंसी पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग शुरू हो गई। इस गोलीबारी में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में दहशत और तनाव का माहौल है।

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लोगों ने बताया कि फत्तेपुर गांव के पट्टीदारों के बीच जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद को सुलझाने के लिए मंगलवार को दोनों पक्षों के लोग पंचायत में जुटे थे। बताया गया कि एक पक्ष के रिश्तेदार सोहदवार गांव से भी पंचायत में शामिल होने आए थे। बातचीत के दौरान एक पक्ष ने मोबाइल से जमीन का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इस पर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई और दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि रिटायर्ड फौजी मुकेश यादव ने गुस्से में आकर अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाल ली और सामने खड़े लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करीब आठ राउंड गोली चलाई गई, जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई।

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3 लोगों को लगी गोली, एक की मौत 
फायरिंग में सोहदवार गांव के दरोगा यादव और रमेश यादव को पेट और सीने में गोली लगी, जबकि फत्तेपुर निवासी अंशु यादव को हाथ में गोली लगी। तीनों लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। गोली की आवाज सुनकर गांव में हड़कंप मच गया और लोग घरों से निकलकर घटनास्थल की ओर भागे।  इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से तीनों घायलों को तुरंत जिला अस्पताल लाया गया। यहां से गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें वाराणसी के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान दरोगा यादव की मौत हो गई। मृतक के तीन बच्चे हैं—दो बेटियां और एक बेटा।

मृतक के आपराधिक इतिहास की पुष्टि
पुलिस ने बताया कि मृतक दरोगा यादव सैयदराजा थाने का हिस्ट्रीशीटर था और उस पर आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें गो-तस्करी, मारपीट और अन्य संगीन अपराध शामिल हैं। 

गांव में तनाव, सुरक्षा बल तैनात
घटना के बाद गांव में भारी तनाव व्याप्त हो गया है। एहतियातन गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पीड़ित पक्ष की ओर से थाने में तहरीर दी गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। पिस्टल का लाइसेंस, फायरिंग की परिस्थितियां और दोनों पक्षों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वहीं गांव के लोगों का कहना है कि उन्होंने पहली बार पंचायत के दौरान इस तरह की हिंसक घटना देखी है। गोली चलने की आवाजें सुनकर बच्चे और महिलाएं डर के मारे घरों में छिप गए थे।

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