जिला पंचायत की मीटिंग में गूंजा कमीशनखोरी काम मामला, खामोशी के साथ सुनते रहे सीडीओ साहब
जिला पंचायत सदस्य का दावा
कमीशनखोरी का अड्डा है जिला पंचायत कार्यालय
40 लाख के काम कराने के बाद भुगतान के लिए दौड़ा रहे लोग
हर कोई मांग रहा है कमीशन
मुख्यमंत्री तक मामला ले जाने की धमकी
जिला पंचायत सभागार में विकास कार्यों और प्रस्ताव पर चर्चा के बीच जिला पंचायत सदस्य बबलू सिंह अचानक खड़े हो गए उन्होंने जिला पंचायत में एक के बाद एक उदाहरण देते हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे उजागर करने लगे। जिला पंचायत सदस्य ने यहां के कर्मचारियों और अधिकारियों पर कई आरोप लगाए उन्होंने कहा कि यहां पर कमीशनखोरी जमकर चल रही है। बिना पैसे के कोई काम नहीं होता है।
जिला पंचायत सदस्य बबलू सिंह के आरोप पर वहां मौजूद सभी लोग इधर-उधर देखने लगे।
उन्होंने कहा कि गांव के छोटे-मोटे विकास कार्य करने वालों से भी कमीशन मांगा जाता है। भ्रष्टाचार की जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन कराने का नाटक करने वाले अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी सरकार के लोग यहां के भ्रष्टाचार को नहीं देख रहे हैं।
चंदौली जिले का जिला पंचायत भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। यहां मनरेगा के तहत 40 लाख का काम करवाया था। अभी तक एक पैसा पास नहीं हुआ है। इसके बदले कमीशन मांगा जा रहा है। कहा जा रहा है कमीशन न देने पर काम को निरस्त कर दिया जाएगा।
मीडिया से बातचीत करते हुए जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि अगर यह बातें मीडिया ने नहीं चलाई और अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री के पास जाएंगे और जिले के अफसरों व जिला पंचायत की पोल खोलेंगे।
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