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न रजिस्ट्रेशन ना लाइसेंस, ऐसे ही चल रहा मनमाना अस्पताल

एसीएमओ ने मरीजों के साथ इसे खिलवाड़ मानते हुए कहा कि यहां बगैर डॉक्टर के इलाज हो रहा है। बगैर डिग्री वालों के हवाले मरीजों की जिंदगी है। ऐसे में किसी हाल में माफ नहीं किया जाएगा। 

 

एसीएमओ, एसडीएम ने आशीर्वाद हॉस्पिटल में मारा छापा

प्रबंधक हुआ फरार, कर्मचारी कर रहे थे इलाज

बिना असली डॉक्टरों के चलने वाले अस्पताल की खुली पोल 
 


चंदौली जिले के नौगढ़ कस्बे में स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की गली में संचालित आशीर्वाद हॉस्पिटल में बुधवार को छापा मारा गया। रजिस्ट्रेशन की अवधि समाप्त होने के बाद भी हॉस्पिटल फर्जी तरीके से चल रहा था। डीएम निखिल टीकाराम फुंडे के आदेश पर एसीएमओ डॉ. विजय प्रकाश, एसडीएम आलोक कुमार दोपहर में पुलिस बल के साथ हॉस्पिटल पहुंचे। उस समय हॉस्पिटल में कई मरीज भर्ती थे। कई मरीजों का ऑपरेशन करके बेड पर लिटाया गया था।  कुछ को उल्टियां हो रहीं थीं। हॉस्पिटल में कोई डॉक्टर नहीं था। सिर्फ चार-पांच लड़के और एक महिला हॉस्पिटल चला रहीं थीं। 

ACMO ans SDM Raids

बताया जा रहा है कि उस वक्त हॉस्पिटल में कोई कागजात देखने को नहीं मिला। बाद में आए रजिस्ट्रेशन प्रपत्र ने हॉस्पिटल की पोल खोल दी। हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन सात माह पहले हुआ था और 30 अप्रैल 2023 को उसकी अवधि समाप्त हो गई है। तब से लेकर अब तक लगातार हॉस्पिटल में मरीजों को  बाकायदा भर्ती कर इलाज किया जा रहा था लेकिन डॉक्टर के नाम पर कोई व्यक्ति हॉस्पिटल में मौजूद नहीं था। जनरल वार्ड में आठ बेड पड़े मिले। हॉस्पिटल में बिना रजिस्ट्रेशन कराएं एक  मेडिकल स्टोर भी चल रहा था, जांच के दौरान ही मरीजों को बाहर भेजा जाने लगा। कुछ युवक भाग गए। 

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इस दौरान सत्यनारायण यादव नामक व्यक्ति ने अधिकारियों को बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया है। चिकित्सक किसी काम से बाहर गए हुए हैं। एसीएमओ ने मरीजों के साथ इसे खिलवाड़ मानते हुए कहा कि यहां बगैर डॉक्टर के इलाज हो रहा है। बगैर डिग्री वालों के हवाले मरीजों की जिंदगी है। ऐसे में किसी हाल में माफ नहीं किया जाएगा। 


एसीएमओ डॉ विजय प्रकाश ने कहा कि  शिकायत मौखिक रूप से किसी ने की थी, जिस पर मजिस्ट्रेट के साथ जांच की गई। अस्पताल के  रजिस्ट्रेशन की अवधि समाप्त होने के बाद भी चलता हुआ पाया गया। फायर और पॉलूशन  अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं है। इसके अलावा भी और बहुत कमियां थीं।

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