चंदौली की जनता नहीं करती है छोटे दलों न निर्दलियों पर भरोसा, हमेशा जीते बड़े दल के नेता
चंदौली के लोगों को पार्टी पर रहता है भरोसा
हमेशा शीर्ष राजनीतिक दलों का ही रहा है दबदबा
कांग्रेस और भाजपा के अलावा सपा-बसपा के जीत चुके हैं सांसद
जनता-पार्टी व जनता दल के सांसद भी चुने
आपको बता दें कि चंदौली लोकसभा में वर्तमान समय में मुगलसराय, सकलडीहा, सैयदराजा, अजगरा और शिवपुर विधानसभा सीटें हैं। इसमें कुल वोटर 18,26,437 है। इसमें पुरुष 9,78,574 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 8,47,793 हैं। 70 ट्रांसजेंडर भी मतदान करेंगे। जिनके द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव में नए सांसद का चयन किया जाएगा।
वहीं पिछले लोकसभा के 2019 में हुए चुनाव में कुल 60.22 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया था। इस बार जिले में तपती दोपहरी वाले सीजन जून महीने में एक जून को मतदान होगा। आखिरी चरण में होने वाले मतदान के लिए के लिए जिला प्रशासन तैयारी कर रहा है। वहीं कई राजनीतिक दलों ने अपने अपने प्रत्याशी भी उतार दिए हैं।
चंदौली लोकसभा से भाजपा, सपा, बसपा के प्रत्याशियों की घोषणा हो चुकी है। इस बार कुल कितने प्रत्याशी चुनाव में भाग्य आजमाएंगे यह तो नामांकन के बाद पता चलेगा, लेकिन यदि जिले का इतिहास देखें तो यहां हर बार लोकसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला बड़ी पार्टियों के बीच ही रहा है। छोटे और निर्दलीय प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाते हैं लेकिन हर बार चुनाव लड़ते हैं।
बताते चलें कि वर्ष 2019 में कुल 14 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था। इसमें भाजपा के डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय को 47.02 प्रतिशत जबकि सपा के संजय चौहान को 45.74 प्रतिशत मत मिले। जन अधिकार पार्टी की शिवकन्या कुशवाहा को 2.05 प्रतिशत मत मिले। अन्य 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। ऐसी स्थिति में देखा जाय तो यहां पहले 3 प्रत्याशियों के अलावा कोई और अपनी जमानत नहीं बचा पा रहा है। अबकी बार भी कुछ ऐसी ही संभावना दिख रही है।
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