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बीडीसी मुकेश खरवार के आरोप पर बोले बबलू सिंह- अपना डेढ़ लाख लेने गया था, सारे आरोप गलत

कहा जा रहा है कि ब्लॉक के 66 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने जब जिलाधिकारी के सामने अविश्वास पत्र दिया था, उसमें मुकेश ने भी  जिलाधिकारी को अविश्वास पत्र का हलफनामा पत्र दिया था।
 

अब खुलेगे पैसा का खेल

अविश्वास प्रस्ताव पर खींचतान रहेगी जारी

बीडीसी सदस्यों पर रहेगी दोनों गुटों की नजर

अविश्वास प्रस्ताव के लिए बनाया जा रहा है माहौल

चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के पपौरा गांव में क्षेत्र पंचायत सदस्य मुकेश खरवार से जबरन  हलफनामा पर हस्ताक्षर करवाने का जिला पंचायत सदस्य पर आरोप लगाया है। साथ ही मारपीट करने की व जान से मारने की धमकी देने की थाने पर तहरीर दिया है। जबकि मामले के आरोपी कहे जा रहे जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह बबलू ने कहा कि हम लोग तो बस अपना एक लाख पच्चीस हजार रूपया वापस मांगने गए थे।

कहा जा रहा है कि ब्लॉक प्रमुख अरुण कुमार जायसवाल के खिलाफ 66 बीडीसी सदस्यों ने बगावत कर दी है। वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्यों से ब्लॉक प्रमुख अरुण कुमार जायसवाल के लोग एक और  हलफनामे पर हस्ताक्षर करवा रहे हैं, ताकि विरोध की कहानी को झुठलाया जा सके। लेकिन बीडीसी द्वारा साइन करने से इंकार करने पर जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह ने सहयोगियों के साथ क्षेत्र पंचायत सदस्य को मारने पीटने के साथ ही धमकी भी दी है।

कहा जा रहा है कि ब्लॉक के 66 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने जब जिलाधिकारी के सामने अविश्वास पत्र दिया था, उसमें मुकेश ने भी  जिलाधिकारी को अविश्वास पत्र का हलफनामा पत्र दिया था। इस प्रकरण में  क्षेत्र पंचायत सदस्यों का दल बलुआ थाने पर पहुचकर प्रार्थना पत्र देते हुए जान माल की गुहार लगायी है।
            Gopal singh bablu
आपको याद होगा कि चहनियां में ब्लॉक प्रमुख अरुण कुमार जायसवाल के खिलाफ 4 मार्च को 66 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने हलफनामा पत्र जिलाधिकारी के सामने परेड की थी। साथ ही ब्लॉक प्रमुख अरुण कुमार जायसवाल पर कई गमन और भ्रष्टाचार को आरोप लगाकर प्रमाण दिए थे।

इसी मामले में गुरुवार की सुबह पपौरा के रहने वाले बीडीसी मुकेश खरवार मन्दिर में दर्शन पूजन करने गये थे । क्षेत्र पंचायत सदस्य मुकेश ने आरोप लगाया कि वर्तमान प्रमुख अरुण जायसवाल के द्वारा भेजे गये जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह उर्फ बबलू व मोनू सिंह मन्दिर के बाहर मुझसे हलफनामे पर प्रमुख के पक्ष में जबरन हस्ताक्षर करवाने लगे। जब उस पर हस्ताक्षर न करने को कहा तो उसे गाड़ी में जबरन बैठाकर ले जाने लगे ।

इस पर विरोध करने पर मुझे मारा पीटा गया और मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी गयी। दोपहर में दो दर्जन से ज्यादा क्षेत्र पंचायत सदस्य बलुआ थाने पर पहुंचकर तहरीर देते हुए जान माल की रक्षा  का गुहार लगाई है ।

इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने कहा कि भाजपा सरकार में गुंडों की खैर नहीं है। ऐसा नारा सरकार देती है किन्तु यहां प्रमुख व जिला पंचायत सदस्य भी भाजपा के हैं और वही लोग जब इस तरह के कार्य कर रहे हैं, तो इस तरह के नारे का कोई औचित्य नजर नहीं आता। अब तो अपने पक्ष में क्षेत्र पंचायत सदस्य को करने के लिए धमकी दी जा रही है। हम लोग भी इस मामले को लेकर चुप नही रहेंगे।

वहीं जिला पंचायत सदस्य ने देर शाम कहा कि उनके ऊपर लगाए गए सारे आरोप गलत हैं और मुकेश ने उनसे एक लाख पच्चास हजार रूपया लिये थे। वह  लौटाने के लिए कहने गए थे। पैसा न देना पड़े इसीलिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।

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