जानिए क्या बनना चाहते हैं चंदौली जिले के टॉपर, हर किसी का अलग है सपना
शिक्षकों-माता-पिता के सहयोग से ही मिली सफलता
मेहनत के अलावा नहीं है कोई विकल्प
अपने सपने को साकार करने के लिए करनी है और मेहनत
कोई डॉक्टर तो कोई इंजीनियर बनने की कर रहा तैयारी
चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में इंटरमीडिएट की परीक्षा में जिले में टॉप करने वाली जफरपुर गांव की पूजा यादव डॉक्टर बनना चाहती है। उसने बताया कि कभी कोचिंग का सहारा नहीं लिया। घर में नोट्स बनाकर परीक्षा की तैयारी की। कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। पूजा पिछले एक साल से रोज आठ घंटे पढ़ाई कर रही थी।
आपको बता दें कि पीडीडीयू नगर के लाल बहादुर शास्त्री बालिका इंटर कॉलेज की छात्रा पूजा यादव शनिवार को एक रिश्तेदार ने फोन कर रिजल्ट की जानकारी दी। जिले में टॉप करने की जानकारी होने पर उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मां रानी और तीनों बहनें भी खुशी से उछल पड़ीं। इसके बाद गांव के लोग बधाई देने पूजा के घर पहुंचने लगे। पूजा ने बताया कि मैंने मेहनत की थी। उम्मीद थी कि परीक्षाफल बेहतर आएगा। जिले में सबसे ज्यादा नंबर मिलने पर मैं काफी खुश हूं।
सभी बेटियों को पढ़ाना चाहते हैं गुलाब
इंटरमीडिट में टॉप करने वाली पूजा यादव के पिता गुलाबचंद्र यादव पीडीडीयू नगर में ऑटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनकी चार बेटियां हैं, जिनमें पूजा सबसे बड़ी है। इसके बाद वर्षा, मोनिका और खुशी भी क्रमशः हाईस्कूल, नौंवीं और छठवीं की छात्रा हैं। बेटी के जिले में टॉप करने की खबर सुनकर गुलाबचंद्र की आंखों में आंसू आ गए। उन्होने कहा कि मेरी चार बेटियां नहीं बल्कि चार बेटे हैं। इनको जो भी पढ़ना होगा, मैं पढ़ाउंगा।
काजल मौर्या है सेकंड टॉपर-
चंदौली जिले में सैयदराजा क्षेत्र के मुहम्मदपुर गांव की काजल मौर्या ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में 94.4 फीसदी अंकों के साथ जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया। काजल भुजना गांव स्थित राजकुमार इंटर कॉलेज की छात्रा है। काजल ने जीव विज्ञान विषय से इंटर की परीक्षा दी थी। उसे 500 में से 472 अंक मिले हैं।
आपको बता दें कि काजल के पिता मनोज मौर्य नौबतपुर गांव में बीज की दुकान चलाते हैं। मां आरती देवी आंगनवाड़ी में कार्यरत हैं। मनोज की तीन पुत्रियों है काजल दूसरे नंबर की है। कॉजल के टॉपर होने की जानकारी मिलते ही उसके वे घर पहुंच कर काजल को बधाई देने लगे। काजल ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और निर्माण संस्था को दिया है। काजल डॉक्टर बनना चाहती है और वह नीट की तैयारी कर रही है। काजल ने बताया कि उसने पढ़ाई के दौरान कोई कोचिंग की। जब भी जिस विषय में कोई परेशानी होती थी तो विद्यालय के शिक्षकों से सहायता लेती थी।
बताते चलें कि काजल ने बताया कि उसकी सफलता में निर्माण संस्था का बहुत सहयोग है। निर्माण संस्था ने कक्षा 6 के बाद से उसकी पढ़ाई का जिम्मा ले लिया था। यह संस्था गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए गोद लेती है। संस्था की मदद से हाईस्कूल के छात्र अर्जुन शर्मा ने 94.5 फीसदी अंक प्राप्त किया है।
इंजीनियर बनना चाहता है आदर्श-
चंदौली जिले के नगर के वार्ड नंबर 2 शास्त्री नगर में किराये के मकान में रह रहे चंद्रकेश पांडेय के पुत्र आदर्श पांडेय ने हाईस्कूल की परीक्षा में प्रदेश में नौवां और जनपद में पहला स्थान प्राप्त किया है। आदर्श ने बताया कि बहन की प्रेरणा और कठिन परिश्रम के बल पर सफलता अर्जित की है। वहीं, गुरुजनों और परिवार को इसका श्रेय जाता है।
आपको बता दें कि शहाबगंज ब्लॉक के बरियारपुर गांव निवासी चंद्रकेश पांडेय चंदौली में किराए के मकान रहते हैं। वह एक किसान परिवार से हैं। मां लालसा पांडेय के साथ भाई प्रिंस पांडेय, बहन प्रियंका और प्रीति रहती हैं। आदर्श ने बताया कि मैं रोज सात घंटे तक पढ़ाई करता हूं। मेरी बहन प्रीति पांडेय ने 2020 में जिले में सातवां स्थान प्राप्त किया था। उसी की प्रेरणा से मुझे सफलता मिली है। उसने बताया कि इंजीनियर बनना मेला लक्ष्य है। माता-पिता के साथ मेरे भाई और बहनें पूरा साथ देती हैं।
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