राजदरी-देवदरी से करीब 30 किलोमीटर दूर छान पत्थर दरी जलप्रपात को किया जाएगा विकसित
कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को नया लुक देने की योजना
पहली किस्त के रूप में 1.99 करोड़ की राशि जारी
छान पत्थर दरी को पर्यटक स्थल बनाने का बड़ा प्लान
उत्तर प्रदेश व बिहार का बार्डर कभी नक्सलियों के आतंक से त्रस्त रहा है, जिससे इसके जंगल व प्राकृतिक सौंदर्य को कभी पर्यटन के नक्शे पर जगह नहीं मिली। अब जिले का वन विभाग व जिला प्रशासन कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को अध्यात्म व एडवेंचर के लिए डेवलप करने की तैयारी कर रहा है। खासतौर से छान पत्थर दरी जलप्रपात के लिए एक नयी योजना बनायी जा रही है, ताकि जहां आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या को बढ़ाया जा सके और स्थानीय इलाके में रोजगार व आय बढ़ाने की गतिविधियां तेज की जा सके। अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य जीवों से भरे चंदौली के कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के छान पत्थर दरी को योगी सरकार ईको पर्यटन के लिए विकसित करने जा रही है। ये वाटरफॉल मगरमच्छों का प्राकृतिक आवास भी है। इसके अलावा कैमूर रेंज में अन्य वन्य जीव भी यहां की ख़ूबसूरती और जैव विविधता को बढ़ाते हैं।

कैमूर रेंज के कर्मनाशा नदी पर करकटगढ़ गांव में प्राकृतिक सौंदर्य के साथ साथ अध्यात्म और एडवेंचर के लिए विकसित किये जाने की तैयारी है। जिलाधिकारी चंदौली ने इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए शासन को 2 करोड़ का प्रस्ताव भेजा है। उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमा पर बसे इस क्षेत्र के डेवलप होने से स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोज़गार मिलेगा। वनस्पतियों और जीवों की अद्भुत विविधता से समृद्ध चंदौली में कई छुए और कई अनछुए जलप्रपात हैं।

कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को अध्यात्म व एडवेंचर के लिए इस्तेमाल किए जाने से पर्यटन के जरिए रोजगार और समृद्धि की राह भी प्रशस्त होगी, क्योंकि छान पत्थर दरी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए वन विभाग ने जो प्रस्ताव बनाया था, शासन ने न केवल मंजूरी दे दी है, बल्कि इसके लिए 1.99 करोड़ की राशि भी निर्गत कर दी गई है, ताकि योजना पर जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाया जा सके।
अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य व वन्य जीवों से भरे कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के छान पत्थर दरी को योगी सरकार ईको पर्यटन के लिए विकसित कर रही है। उत्तर प्रदेश व बिहार के सीमा पर बसे इस क्षेत्र के विकसित होने से स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोज़गार मिलेगा।
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इस जल जलप्रपात के किनारे कभी मुग़ल व अंग्रेज अधिकारी शिकार खेलने आया करते थे। ब्रिटिश काल में यहां एक शानदार बंगला भी बनाया गया था। इस पुराने डाक बंगले को फिर से व्यवस्थित करके खूबसूरत रूप देने की तैयारी है।
जल, जंगल व जंगली जीवों के संरक्षण का प्लान
राजदरी-देवदरी से करीब 30 किलोमीटर दूर पर्यटन के तौर पर छान पत्थर दरी को विकसित किया जाएगा, जिससे ईको टूरिज्म के साथ ही जल, जंगल व जंगली जीव-जंतुओं का संरक्षण भी हो सकेगा। वाटरफॉल के आसपास होने वाला निर्माण ईको फ्रेंडली वस्तुओं से होगा, जो ज्यादातर स्थानीय उत्पाद होगा।
कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में वन्यजीव जैसे नीलगाय, चार सींग वाले हिरण, सांभर हिरण, चीतल, स्लोथ डिअर, जंगली सूअर, तेंदुए के साथ बाघ भी प्यास बुझाने जलप्रपात के समीप आते हैं, जिन्हे अक्सर देखा जा सकता है। जलप्रपात के आस-पास खूबसूरत पक्षी, जिसमें द ग्रेट ईगल, किंगफिशर, नाइटजर, वुड पीजन, ग्रे पार्ट्रिज, ग्रे-हेडेड मछली, ईगल, उल्लू जैसी पक्षियों को भी देखा जा सकता है।
इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिश
इको टूरिज्म के तहत छान पत्थर दरी में जो कार्य होगा, उसमें प्रवेश द्वार का निर्माण, पार्किंग की जगह, सुरक्षा के लिए हट, शौचालय व कैंटीन के साथ स्वागत कक्ष, सोविनियर शाप, गोल हट, मचान, वाच टावर, सेल्फी प्वाइंट, राक गार्डन, स्थानीय पत्थरों से जीव-जंतुओं की आकृति, बैठने के स्थान, सड़क के किनारे बांस के पौधे लगाए जाएंगे, स्थानीय लकड़ियों से बच्चों के खेलने के लिए जगह, एडवेंचर स्पोर्ट्स, साइनेज, बेंच व कूड़ेदान, सौर ऊर्जा व सौर प्रकाश, बांस की रेलिंग, सड़क की पटरी, मोरम की रोड, शुद्ध पेयजल आदि शामिल है।

जिला मुख्यालय से 70 किमी की है दूरी
छान पत्थर दरी को प्रकृति ने अपनी खूबसूरती से संवारा है। राजदरी से 30 किमी दूर छात्र पत्थर दरी जिला मुख्यालय से 70 जबकि वाराणसी से 95 किमी दूर है। यहां अपने निजी वाहन या रिजर्व करके जाना ज्यादा सुगम होगा। नहीं तो चकिया पहुंचकर छान पत्थर दरी के लिए सवारी वाहन से जाया जा सकता है।
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जिले के प्रभागीय वनाधिकारी दिनेश सिंह ने बताया कि छान पत्थर दरी को विकसित करने के लिए शासन ने मंजूरी देने के साथ राशि भी आवंटित कर दी है। टेंडर प्रक्रिया पूरी कर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
छान पत्थर दरी के आस पास ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित हैं ये कार्य..
प्रवेश द्वार का निर्माण
पार्किंग की जगह
सुरक्षा के लिए हट
शौचालय और कैंटीन के साथ स्वागत कक्ष
सोविनियर शॉप
गोल हट
मचान/वॉच टावर
सेल्फी पॉइंट
रॉक गार्डन- स्थानीय पत्थरों से जीव जंतुओं की आकृति, बैठने के स्थान
बम्बू प्लांटेशन सड़क के किनारे बांस के पौधे लगाए जाएंगे
स्थानीय लकड़ियों से बच्चों के खेलने के लिए जगह
एडवेंचर स्पोर्ट्स
साइनेज
बेंच और कूड़ेदान
सौर ऊर्जा और सौर प्रकाश
बांस की रेलिंग
सड़क की पटरी
मोरम की रोड
पीने के लिए शुद्ध पेयजल
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