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गेहूं खरीद की अवधि व समर्थन मूल्य में किया बदलाव, अप्रैल की जगह 15 मार्च से होगी गेंहू की खरीद

इस बार शासन ने गेहूं का प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य 2275 रुपये निर्धारित किया है। पिछले वर्ष 2125 रुपये समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया था। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार ज्यादा किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए पहुंचेंगे।
 

समर्थन मूल्य ही नहीं खरीद की तारीख में बदलाव

अब 15 मार्च से शुरू होगी खरीद

डेढ़ सौ रुपये प्रति कुंतल की बढ़ोत्तरी

चंदौली जिले में शासन ने गेहूं खरीद की अवधि व समर्थन मूल्य में बदलाव किया है। अब एक अप्रैल की जगह 15 मार्च से खरीद शुरू की जाएगी। विभाग इसकी तैयारी में जुटा है। शासन ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 150 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी की है।

बताते चलें कि जनपद में विपणन, पीसीएफ, पीसीयू, यूपीएसएस व भारतीय खाद्य निगम के 51 केंद्रों को विकास खंडवार खोलने के लिए जिलाधिकारी ने अनुमति दे दी है। इस पर खरीद प्रारंभ करने के लिए व्यवस्थाएं अभी से की जा रहीं।

खाद्य विभाग ने इस वर्ष के लिए नई व्यवस्था बनाई है। गेहूं बेचने के लिए किसानों के पंजीकरण का काम तो शुरू करा ही दिया गया है। इस बार अप्रैल की जगह मार्च में ही गेहूं खरीद शुरू करने की तैयारी है। इससे गेहूं की उपज तैयार होने से पहले ही क्रय केंद्रों पर खरीद के सभी इंतजाम पूरे हो जाएंगे। अधिकारियों व कर्मचारियों को किसानों से मुलाकात कर क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए प्रेरित करने को कहा गया है। खाद्य विभाग क्रय केंद्र प्रभारियों को खरीद का भी लक्ष्य देगा।

 इस बार शासन ने गेहूं का प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य 2275 रुपये निर्धारित किया है। पिछले वर्ष 2125 रुपये समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया था। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार ज्यादा किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए पहुंचेंगे। बिना पंजीकरण किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं की बिक्री नहीं कर सकते हैं। इसे देखते हुए प्रत्येक क्रय केंद्र प्रभारी को प्रतिदिन कम से कम दस किसानों को पंजीकृत करने का लक्ष्य दिया गया है।

जन सुविधा केंद्र, साइबर कैफे, मोबाइल फोन, मोबाइल एप के माध्यम से खाद्य विभाग के पोर्टल www.fcs.up.gov.in पर पंजीकरण करा सकते हैं। गेहूं बेचने से पहले पंजीकरण अनिवार्य है। खाद्य विभाग के टोल फ्री नंबर 18001800150 पर मिस काल कर, धान क्रय केंद्र पर जाकर भी किसान पंजीकरण करा सकते हैं।

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जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने कहा कि जिन किसानों ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में धान की बिक्री के लिए पंजीकरण कराया है उन्हें गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण नहीं कराना होगा। सिर्फ धान बिक्री के पंजीकरण को ही अपडेट कराना होगा। अभी तक 250 अन्नदाताओं ने गेहूं विक्रय के लिए आनलाइन पंजीयन कराया है।

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