सपा सांसद का बयान ओछी मानसिकता का प्रतीक, सांसदजी को चंदौली के इतिहास का ज्ञान नहीं

सपा सांसद वीरेन्द्र सिंह आरोपों से खफा हैं सुशील सिंह
सैयदराजा विधायक ने की प्रेस कांफ्रेंस
सपा सांसद इतिहास पढ़ने की दी नसीहत
बोले- दूसरे के कार्यों का श्रेय लेने की आदत ओछी मानसिकता का प्रतीक
चंदौली जिले की सैयदराजा विधानसभा सीट के भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुशील सिंह ने चंदौली जनपद के समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि चंदौली जनपद के समाजवादी पार्टी के सांसद को चंदौली जनपद का इतिहास पढ़ना चाहिए, उसके बाद ही कोई टिप्पणी करनी चाहिए। सांसद जी को अभी कुछ दिन ही सांसद बने हुआ है। ऐसा लगता है कि वह न तो सुशील सिंह के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं और न ही उन्हें चंदौली जनपद का इतिहास अच्छी तरह से पता है। तभी वह इस तरह की अनाप-शनाप टिप्पणी कर रहे हैं।

सैयदराजा के विधायक सुशील सिंह ने चंदौली जिला मुख्यालय पर अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के चंदौली सांसद जिस तरह से उनके ऊपर जातिवाद करने का आरोप लगा रहे हैं, ऐसा लगता है कि उन्हें चंदौली जनपद के इतिहास और उनकी कार्यशैली के बारे में जानकारी नहीं है।

धानापुर शहीदी धरती पर केवल उन शहीदों की मूर्तियां लगी हैं, जो घटनास्थल पर शहीद हुए थे। बाकी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्ति उनके-उनके गांव में लगवाने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा सैयदराजा के शहीद स्मारक पर भी वहां शहीद हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्ति लगाई जाएगी। इसके लिए उन्होंने अपने स्तर से तेजी से प्रयास किया है।
समाजवादी पार्टी के सांसद के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुशील सिंह ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करती है और उनकी कार्यशैली में भी जातिवाद या भेदभाव नहीं है। अगर ऐसा होता तो वह सकलडीहा से निर्दलीय विधायक के रूप में चुनाव नहीं जीत जाते। इतना ही नहीं सैयदराजा विधानसभा सीट पर भी उन्होंने उस समय जीत हासिल की, जब वहां पर 3 क्षत्रिय उम्मीदवार लड़ रहे थे। ऐसे में सांसद को बहुत सोच समझकर कोई टिप्पणी करनी चाहिए।
विधायक सुशील सिंह ने समाजवादी पार्टी के सांसद पर यह आरोप लगाया कि वह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा किए जा रहे कार्यों का श्रेय खुद लेने की कोशिश कर रहे हैं। सांसद महोदय को या पता होना चाहिए कि कोई भी काम अचानक नहीं हो जाता है। सैयदराजा से जमानिया तक बनने वाली सड़क के लिए उन्होंने खुद अपने स्तर से पहले की थी, तब जाकर उसके लिए धन स्वीकृत हुआ है और उसका निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है।
इसके अलावा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के लिए चंदौली जनपद के तत्कालीन सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और गाजीपुर के सांसद रहे मनोज सिन्हा ने अपने-अपने स्तर से प्रयास किया था, क्योंकि इस सड़क का फायदा गाजीपुर जनपद को भी हो रहा था। अब इसका श्रेय समाजवादी पार्टी के सांसद द्वारा लिया जाना गलत है। उन्हें पता होना चाहिए कि यह किसके प्रयास का फल है और कौन-कौन लोगों ने इसके लिए पहले की है।
विधायक सुशील सिंह ने कहा कि हो सकता है कि उन्होंने भी इसके लिए प्रयास किया हो, लेकिन उसका सारा श्रेय खुद ले रहे हैं, यह अच्छी बात नहीं है। यह एक ओछी मानसिकता का प्रतीक है।
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