यादव हैं इसलिए सुरक्षा हटाकर करवा दी गयी हत्या, भाई उदय नारायण का पुलिस पर सीधा आरोप

धानापुर में कल हुयी थी मुटुन यादव की हत्या
हत्या के मामले में जेल से छूटने के बाद मिली थी सुरक्षा
पीएसी की सुरक्षा हटाने के बाद हत्या से पुलिस पर उठे सवाल
चंदौली जनपद के धानापुर में मुटुन यादव की हत्या के बारे में उनके भाई उदय नारायण ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिला पुलिस ने जानबूझकर उनकी सुरक्षा हटाई है और उनके परिवार की लिए नया खतरा पैदा किया है। पुलिस ने सुरक्षा में लगी पीएसी को हटाकर ही उनकी हत्या करने का मौका अपराधियों को दिया है।

धानापुर में मुटुन यादव की हत्या के बाद घटनास्थल पर पहुंचे उनके भाई उदय नारायण ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने साल भर पहले हत्या की आशंका और परिवार पर मंडरा रहे खतरे के मद्देनजर जिला पुलिस से सुरक्षा मांगी थी, जिसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने उनको अनिश्चितकालीन पीएसी की सुरक्षा तैनात करायी थी, जिसे लगभग दो सप्ताह पहले मौजूद पुलिस कप्तान के द्वारा हटा ली गई है। यह सब क्यों हुआ इसके बारे में उन्हें कुछ नहीं बताया गया है।
दबे स्वर में पीड़ित परिवार का यह भी कहना था कि वे यादव जाति के हैं, इसलिए उनकी हत्या करवा दी गई है। पुलिस का काम जनता को सुरक्षा देना है न कि सुरक्षा को काटकर अपराधियों को हत्या करने का मौका देना। इस घटना के बाद से धानापुर व चंदौली पुलिस के ऊपर सवालिया निशान लग रहे हैं।

आपको बता दें कि धानापुर बस स्टैंड पर गुरुवार को दिनदहाड़े बस मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे धनुषधारी बस के मालिक थे, जो अवहीं से बनारस रूट पर थी। दिनदहाड़े हत्या की घटना के बाद चहनिया धानापुर मार्ग पर शव को रखकर चक्का जाम कर दिया है। पुलिस अधीक्षक में बताया था कि मृतक के ऊपर लगभग आधा दर्जन मुकदमे दर्ज के हैं। मृतक का बेटा भी थाने का हिस्ट्रीशीटर है।
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