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चंदौली में पेपर लीक: सीबीआई की कार्रवाई के बाद अब रेलवे भर्ती बोर्ड सभी पदोन्नति परीक्षा ऑनलाइन कराएगा

चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में पीडीडीयू रेल मंडल में विभागीय पदोन्नति की परीक्षा के पेपर लीक होने का संज्ञान बुधवार को रेलवे बोर्ड ने लिया और परीक्षा का पैटर्न ही बदल दिया।
 

सीबीआई कार्रवाई के बाद रेलवे बोर्ड ने बदला परीक्षा पैटर्न

अब ऑनलाइन होगी सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं

गिरफ्तार 26 रेलवे अधिकारी और कर्मचारी निलंबित

कोर्ट में पेशी के बाद सभी आरोपियों को भेजा गया जेल

चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में पीडीडीयू रेल मंडल में विभागीय पदोन्नति की परीक्षा के पेपर लीक होने का संज्ञान बुधवार को रेलवे बोर्ड ने लिया और परीक्षा का पैटर्न ही बदल दिया। अब पदोन्नति की विभागीय परीक्षा स्थानीय स्तर पर नहीं कराई जाएगी। रेलवे बोर्ड की निगरानी में ही ऑनलाइन परीक्षा कराई जाएगी।

आपको बता दें कि पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं आरआरबी के केंद्रीयकृत परीक्षा सीबीटी के माध्यम से कराई जाएंगी। सभी क्षेत्रीय रेलवे परीक्षा के लिए एक कैलेंडर बनाया जाएगा। परीक्षाएं कैलेंडर के आधार पर ही होंगी। हाल के वर्षों में आरआरबी की ओर से आयोजित पारदर्शी, निष्पक्ष और अत्यधिक प्रशंसनीय परीक्षाओं के लंबे अनुभव के बाद यह निर्णय लिया गया है। आरआरबी के माध्यम से सात करोड़ से ज्यादा अभ्यर्थियों की परीक्षा कराई जाती है।

गिरफ्तार सभी 26 आला रेल अफसर, कर्मचारी निलंबित

सीबीआई ने जिन दो आला अफसरों व 17 लोको पायलट सहित 26 रेलकर्मियों को गिरफ्तार किया था, वे सभी निलंबित कर दिए गए। दूसरी तरफ, रेलवे बोर्ड ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। विभागीय जांच में रेल मंडल के आला अधिकारियों की भूमिका जांची जाएगी। जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के नियमावली अनुसार, यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी के ऊपर पुलिस या अन्य जांच एजेंसियां रिपोर्ट दर्ज करती हैं तो उसे निलंबित माना जाएगा। सीबीआई ने पदोन्नति की परीक्षा का पेपर लीक करने में 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच कर रही है। अलग-अलग आरोपियों के पास से एक करोड़ से ज्यादा की नकदी भी बरामद की गई थी। भ्रष्टाचार से जुड़े इतने बड़े मामले में मंडल के रेल अफसर चुप्पी साधे हैं। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। ज्यादातर के चेहरे पर सीबीआई की कार्रवाई का भय साफ दिख रहा है।

कोर्ट में पेशी के बाद सभी 26 आरोपी भेजे गए जेल

लोको पायलट प्रोन्नति परीक्षा में सेंधमारी और रुपए वसूलने में गिरफ्तार रेलवे के दो बड़े अफसरों समेत सभी 26 आरोपितों को सीबीआई ने बुधवार को लखनऊ में कोर्ट में पेश किया। सीबीआई कोर्ट की विशेष जज एकता सिंह ने इन सभी को न्यायिक हिरासत में 18 मार्च तक के लिए जेल भेज दिया। 

सीबीआई ने गिरफ्तार रेलवे के सीनियर डीईई सुधांशु पराशर व सीनियर डीपीओ सुरजीत के घर से एक करोड़ 17 लाख रुपए बरामद किए थे। इस गिरफ्तारी के बाद ही यह विभागीय परीक्षा रद्द कर दी गई थी। लोको पायलटों की पदोन्नति के लिए मुख्य लोको निरीक्षक (लोको इंस्पेक्टर) के 19 पदों के लिए चार मार्च को रेलवे के पूर्व मध्य इंटर कॉलेज में परीक्षा होनी थी। इसमें 82 लोको पायलटों की परीक्षा होनी थी। इसी बीच सीबीआई ने सोमवार की रात शाहकुटी स्थित एक लॉन में छापा मार दिया। पूछताछ के बाद ही सिद्धार्थपुरम कालोनी से 19 लोग पकड़े गए थे।

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