कुछ ऐसी है चंदौली जिले में भाजपा सरकार के 2 राजकीय बालिका इंटर कालेजों की कहानी
शिलान्यास करके भूल गए भाजपा नेता
सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय का नाम पर लगा रहे धब्बा
पता नहीं क्या करते रहते हैं सांसद प्रतिनिधि व स्थानीय नेता
शिलान्यास का फोटो खिंचवाकर भूल गए नेता
निर्माण कार्य सितंबर 2021 में होना था पूरा
चंदौली जिले में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने चंदौली जिले के सांसद और मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय को एक और शिलान्यास की पत्थर की याद दिलाते हुए चंदौली जिले में बनने वाले राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नियामताबाद का हाल दिखाया है। वहीं दूसरे राजकीय बालिका इंटर कालेजो का हाल और बुरा है।
चंदौली जनपद के मुगलसराय विधानसभा के नियामताबाद व सकलडीहा विधानसभा के कैथी गांव में 6 करोड़ 61 लाख 36 हजार की लागत से दो राजकीय बालिका इंटर कालेज बनाने की मंजूरी मिली थी। उस समय सांसद जी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी हुआ करते थे। सांसद डा. महेंद्रनाथ पांडेय की पहल से जिले को जब ये सौगात मिली तो मुगलसराय की विधायक साधना सिंह व सकलडीहा में भाजपा जिलाध्यक्ष सर्वेश कुशवाहा ने 9 मार्च को दोनों विद्यालयों का शिलान्यास किया। साथ ही साथ सरकार के विकास कार्यों का जमकर बखान किया।

चंदौली लोकसभा में दो राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नियामताबाद और कैथी में बनाने के लिए केंद्र सरकार के मंत्री के रूप में डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में दिनेश चंद शर्मा जी के नाम से शिलापट्ट तैयार कराकर शिलान्यास कराया गया।
बताया जा रहा है कि 2019 में इन दोनों का शिलान्यास किया गया था। चंदौली जिले में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज एक का शिलान्यास तत्कालीन मुगलसराय की विधायक साधना सिंह ने नियामताबाद में तथा दूसरे का शिलान्यास चंदौली जिले के तत्कालीन भाजपा जिला अध्यक्ष सर्वेश कुशवाहा के हाथों कराया गया था, जो वर्तमान समय में चंदौली जिले के सांसद और कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि के रूप में कम कर रहे हैं। कैथी का कॉलेज कैथी गांव में 2.80 करोड़ की लागत से बनना था।
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आपको बता दें कि मुगलसराय चकिया मार्ग के किनारे नियामताबाद गांव में 3 करोड़ 81 लाख 36 हजार की लागत से बनने वाले राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का शिलान्यास करते समय तत्कालीन विधायक साधना सिंह ने कहा था कि समाज के हर वर्ग के लोगों को शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों को जमीन पर उतरने के लिए यह शिलान्यास किया जा रहा है। इसके करने के बाद इस इलाके में छात्राओं के शिक्षा की राह आसान हो जाएगी।

लेकिन जब 2020 में इस विद्यालय का वाराणसी मंडल के तत्कालीन मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने निरीक्षण किया था तो उन्होंने देखा कि कमीशनखोरी के भेंट चढ़ चुके इस पूरे राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का निर्माण बहुत ही घटिया तरह की सामग्री और घटिया डिजाइन पर हो रहा है। उन्होंने इसकी नींव के साथ-साथ इस विद्यालय की खिड़की और गेट की डिजाइन को भी गलत ठहराया। साथ ही साथ पूरे मामले की जांच करने के निर्देश देते हुए गुणवत्ता की जांच बीएचयू की आईआईटी की टीम से करने का आदेश देते हुए कहा कि इस विद्यालय का निर्माण कार्य सितंबर 2021 में हर हाल तक पूरा हो जाना चाहिए।
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लेकिन धन्य हो चंदौली जिले के अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि इसके प्रति उदासीन बने रहे। इसके बाद जब विधायक साधना सिंह का टिकट कट गया तो अब मौजूदा विधायक को इससे कोई लेना देना नहीं और सांसदजी को तो याद भी नहीं होगा कि पत्थर लगा उनका नाम बदनाम हो रहा है।
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