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गैर कानूनी वेटिंग गिरोह में शामिल थे चंदौली के 2 शातिर, घर वाले पूरे खेल से हैं अनजान

आजमगढ़ पुलिस ने ऑनलाइन वेटिंग अप के जरिए लोगों को ठगने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए वाराणसी से 7 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया।
 

घर वालों को पता कि अभय कर रहा नौकरी

15 सालों से बंगाल में रह रहा अविनाश का परिवार

 जानिए कौन-कौन हैं शामिल और क्या फेमिली बैकग्राउंड

 

आजमगढ़ पुलिस ने ऑनलाइन वेटिंग अप के जरिए लोगों को ठगने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए वाराणसी से 7 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया। साथ ही साथ पुलिस ने 208 बैंक खातों में से एक करोड़ रुपए भी फ्रीज कर दिए हैं। इन खातों से कुल 95 करोड रुपए का लेनदेन किया गया है।

 जानकारी में बताया जा रहा है कि इस कारनामे में चंदौली जनपद के भी दो युवक शामिल थे, जिनके बारे में घर परिवार के लोगों को कुछ खास पता नहीं था। पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उसमें से दो चंदौली जनपद के अभय राय और अविनाश राय भी शामिल हैं। आरोपी लोगों के पास से 20हजार नकद, 51 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 42 एटीएम कार्ड, तेरह बैंकों की पासबुक, 79 सिम कार्ड और कई चेक बुक और एक फाइबर राउटर भी बरामद किया गया है।

 पुलिस इसे मिली जानकारी के आधार पर छानबीन तेज कर दी है और कई लोगों के भी इस रैकेट में शामिल होने और गिरफ्तारी के संभावना जताई जा रही है। सारे आरोपी ऑनलाइन वेटिंग ऐप रेड्डी, अन्ना, लोटस और महादेव के जरिए लोगों को ठगने की कोशिश करते थे।

 प्रतिबंधित एप के माध्यम से खेल खिलाकर झांसा देने वालों अंतरराष्ट्रीय गैंग से जुड़े सात आरोपितों में से बलुआ थाना क्षेत्र के सेवढ़ी निवासी अभय राय व रानेपुर सिवाने निवासी अविनाश राय शामिल हैं। हालांकि दोनों का जनपद के थानों में कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है, लेकिन अभय राय के घरवालों को यह नहीं पता है कि वह इस तरह कारनामे करता था। 

 illegal waiting gang

बताया जा रहा है कि अभय दो भाई व दो बहनों में सबसे बड़ा है। पिता बहादुर राय मजदूरी करते हैं। जबकि एक बहन की शादी हो चुकी है। वहीं एक भाई व बहन गांव में ही रहकर पढ़ाई करते हैं। मामले से अंजान घरवालों का कहना है कि अभय बीते दो वर्षों से वाराणसी में प्राइवेट नौकरी करता था। 

वहीं अविनाश के बारे में बताया जा रहा है कि वह मूल रूप से रानेपुर सिवाने गांव का रहने वाला है। लेकिन अब पूरा परिवार बंगाल में कहीं रहने के लिए चला गया। गांव के लोगों ने बताया कि इस गांव के 70 प्रतिशत लोग पश्चिम बंगाल कोलियरी में काम करते हैं। गांव वालों ने बताया अविनाश का परिवार 15 साल से अधिक समय से पश्चिम बंगाल में ही रहता। कभी-कभार उनका यहां आना होता है। इसलिए गांववाले बहुत कुछ नहीं बता पा रहे हैं। बता रहे हैं कि उनका परिवार काफी गरीब था। पिता बंगाल में राजमिस्त्री का कार्य करते थे। लगभग छह वर्ष उनका निधन हो चुका है।

इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
1- शुभम जायसवाल, निवासी भाईपुर कला, जमालपुर, मीरजापुर
 2- धनजीत यादव, निवासी गोवरा, चंदवक, जनपद जौनपुर
3- अजय यादव, निवासी कपिसा, चोलापुर जनपद वाराणसी
 4- अभय राय निवासी सेवढी, बलुआ, जनपद चंदौली
5- अविनाश राय निवासी हरिशपुर, थाना अंडाल, जनपद पश्चिम वर्धमान आसनसोल, बंगाल (अस्थायी पता - रानेपुर सिवाने, बलुआ, चंदौली) 
6- शुभम यादव, निवासी मुरेरी, चोलापुर जनपद वाराणसी
7- पीयूष यादव, निवासी धर्मापुर (ठकुरचि), गौरा बादशाहपुर, जनपद जौनपुर

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