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मनमाने तरीके से ढोये जा रहे ऑक्सीजन सिलेंडर, दो घटनाओं के बाद नहीं जागा प्रशासन

नगर में काफी पैमाने में ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूर्ति होती है। ऑक्सिजन सिलिंडर की आपूर्ति अस्पतालों के अलावा वेल्डिंग करने वालों के यहां होती है। गैस सिलिंडरों को मालवहकों के जरिये ढोया जाता है।
 

हमेशा बना रहता है जान जाने का खतरा

दो साल में हो चुकी हैं 2 घटनाएं

ट्रैफिक इंस्पेक्टर बोले- सीज की जाएंगी ऐसी गाड़ियां

चंदौली जिले के मुगलसराय व आसपास के इलाके में आज भी ऑक्सीजन सिलेंडरों को असुरक्षित तरीके से ढोया जा रहा है। सिलेंडर ढोने में नियमों की अनदेखी लगातार जारी है। जिलेभर में सिलेंडर को मालवाहक में बिना डाला बंद करके ढोया जा रहा है। ऐसे में परिवहन के दौरान दुर्घटना की आशंका रहती है।
नगर में वाहन से ऑक्सीजन सिलिंडर उतारने के दौरान दो बार ब्लॉस्ट हो चुका है। मुगलसराय में पहली घटना 30 दिसंबर 2022 को हुई थी। जिसमें रविनगर स्थित एक अस्पताल के बाहर गैस सिलिंडर उतारने के दौरान उसमें ब्लॉस्ट हो गया था। इस दौरान सिलेंडर उतार रहे दो लोगों (चालक और खलासी) के चीथड़े उड़ गए और करीब सौ मीटर तक दोनों के शरीर के अंग फैले हुए थे। दूसरी घटना 15 अगस्त 2023 को हुई थी। जिसमें कोई जनहानि नहीं हुयी थी।
नगर में काफी पैमाने में ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूर्ति होती है। ऑक्सिजन सिलिंडर की आपूर्ति अस्पतालों के अलावा वेल्डिंग करने वालों के यहां होती है। गैस सिलिंडरों को मालवहकों के जरिये ढोया जाता है। ढोने के दौरान चालक द्वारा कई बार वाहन का डाला बंद नहीं किया जाता है। यहां तक कि सिलिंडर को एक के ऊपर एक लेटाकर ले जाया जाता है, जो कि काफी खतरनाक होता है।

इस संबंध में यातायात निरीक्षक सुरेंद्र कुमार यादव का कहना है कि जल्द ही ऐसे लोगों को खोजकर कार्रवाई होगी। जिले में असुरक्षित तरीके से ऑक्सीजन सिलिंडर का परिवहन करने वालों को विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे वाहनों को सीज कर दिया जाएगा।

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